Team India: टीम इंडिया इस समय अपने घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। इसके बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां वह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। इस बीच पांच ऐसे खिलाड़ी सामने आए हैं, जिन्हें भारत की टीम में दोबारा टेस्ट खेलने का मौका कभी नहीं मिलेगा। क्योंकि BCCI इन्हें लंबे समय से नजरअंदाज कर रही है। आखिर कौन हैं ये 5 होनहार खिलाड़ी जिन्हें अब शायद कभी टेस्ट जर्सी में ना देखें आइये जानते हैं।
कभी Team India में टेस्ट नहीं खेल पाएंगे ये पांच खिलाड़ी
उमेश यादव
वरिष्ठ गेंदबाज उमेश यादव लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर हैं। कभी टीम इंडिया (Team India) का अहम हिस्सा रहे। उमेश का अब टीम इंडिया में वापसी करना काफी मुश्किल लग रहा है। इसकी वजह आकाशदीप, मोहम्मद सिराज जैसे युवा गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन है, जिन पर हाल ही में टीम मैनेजमेंट ने भरोसा जताया है,जिसका उन्हें फायदा मिला है।
उमेश आखिरी बार भारत के लिए 2023 WTC फाइनल में ऑस्ट्रिया के खिलाफ खेलते नजर आए थे। उसके बाद उन्हें मौका नहीं मिला। उनके प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने भारतीय टीम के लिए 52 टेस्ट मैच खेले हैं और उनमें 30.80 की औसत से 158 विकेट लिए हैं।
मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल टीम इंडिया (Team India) के उन बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के लिए दो बार दोहरा शतक लगाया है। लेकिन इन सबके बावजूद उनकी भारतीय टीम में वापसी काफी मुश्किल है। इसकी वजह उनका खराब प्रदर्शन और यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल जैसे युवाओं का अच्छा प्रदर्शन है।
आपको बता दें कि गिल और जायसवाल ने भारत के लिए अब तक अच्छा खेला है,जिसकी वजह से उन्हें भारत का उभरता सितारा माना जा रहा है, इसीलिए मयंक के लिए भारतीय टीम से दरवाजे फिलहाल बंद नजर आ रहे हैं। अगर उनके प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने अब तक 21 टेस्ट मैचों में 1488 रन बनाए हैं। इनमें चार शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं।
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी भी भारत के महान टेस्ट क्रिकेटरों में से एक हैं। उन्होंने भारत के लिए कई बार शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी की है। लेकिन अब उनकी जगह टीम इंडिया (Team India)के लिए नामुमकिन है। इसकी सबसे बड़ी वजह सरफराज खान हैं। आपको बता दें कि सरफराज खान नंबर वन बल्लेबाज और लोअर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हैं। उन्होंने इस पोजिशन पर खेलते हुए सिर्फ तीन मैचों में ही अच्छा प्रदर्शन दिखाया है।
यही एक चीज है जो हनुमा विहारी को भारतीय टीम में आने से रोकती है, क्योंकि हनुमा भी लोअर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हैं। हनुमा के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 16 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से एक शतक और पांच अर्धशतक निकले हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम पांच विकेट भी हैं।
ऋद्धिमान साहा
हनुमा विहारी ही नहीं बल्कि बंगाल के ऋद्धिमान साहा के भी टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया (Team India) में वापसी की संभावना कम है। इसकी वजह यह है कि भारत के पास विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत जैसा बेहतरीन खिलाड़ी है, जो टेस्ट में काफी बेहतरीन बल्लेबाज है। साहा इस समय अपने करियर के आखिरी दौरे पर हैं। ऐसे में उनकी वापसी लगभग नामुमकिन है। साहा ने अब तक 40 टेस्ट मैचों में 29.41 की औसत से 1353 रन बनाए हैं।
टी नटराजन
तमिलनाडु के गेंदबाज टी नटराजन की यॉर्कर गेंदबाजी जसप्रीत बुमराह जैसी है। उन्होंने इसी अंदाज में भारत के लिए मैच खेले और जीते हैं। लेकिन टीम इंडिया (Team India) में उनकी वापसी नामुमकिन है। इसकी वजह यह है कि भारत के पास पहले से ही कई तेज गेंदबाजों की भरमार है।
इनमें शमी बुमराह, सिराज और आकाशदीप का नाम शामिल है। युवा गेंदबाजों में मयंक यादव, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह ऐसे खिलाड़ी हैं जो काफी शानदार हैं। ऐसे में हालात को देखते हुए उति नटराजन की वापसी मुश्किल है। टी नटराजन ने अब तक भारत के लिए एक टेस्ट मैच खेला है, जिसमें उन्होंने तीन विकेट लिए हैं