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भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. बीसीसीआई ने 15 सदस्यीय टीम का ऐलान पहले ही कर चुकी है. इस सीरीज में सफराज खान, आकाश दीप और ध्रुव जुरेल जैसे युवा प्लेयर्स को शामिल किया है. लेकिन. भारत के लिए 100 टेस्ट मैच चुके अनुभवी खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखा गिया.
जबकि एक खिलाड़ी ऐसा है जिसे टेस्ट में टीम इंडिया की रीढ माना जाता है. लेकिन, उससे लिए भी टीम इंडिया के दरवाजे बंद हैं. ऐसे में हम आपको 3 ऐसे सीनियर्स प्लेयर्स के बारे में बता रहे हैं जो इस सीरीज के बाद संन्यास का ऐलान कर सकते हैं...
1.अजिंक्य रहाणे
टीम इंडिया स्टार बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. उन्हें पिछले साल जुलाई में भारत के लिए खेलते हुए देखा गया था. तब से रहाणे को नजरअंदाज किया जा रहा है. अब 36 वर्षीय अजिंक्य रहाणे के टीम इंडिया के दरवाजे बंद हो चुके हैं. उनकी वापसी की उम्मीद नहीं दिख रही है. भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) से भी बाहर कर दिया है. वहीं अगले महीने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पत्ता साफ हो सकता है. भारत के लिए 85 टेस्ट 90 वनडे खेलने वाले अजिंक्य रहाणे के पास इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेनेके अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
2. चेतेश्वर पुजारा
भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेल चुके चेतेश्वर पुजारा टीम इंडिया में वापसी के लिए चयनकर्ताओं का मुंह ताक रहे हैं, लेकिन, उनकी वापसी का कोई रास्ता नहीं दिख रहा है. मध्य क्रम में ध्रुव जुरेल, सरफराज खान अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में चेतेश्वर पुजारा को जगह बना पाना मुश्किल है.
क्रिकेट के आखिरी पड़ाव से गुजर रहे 36 साल के पुजारा कभी संन्यास का ऐलान सकते हैं तो किसी को इसमें हैरनी नहीं होगी. माना जा रहा था कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) सीरीज में पुजारा को जगह मिल सकती है. लेकिन, उनकी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.
3. आर. अश्विन
इस लिस्ट में तीसरा नाम रविचंद्रन अश्विन का है जो टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शुमार होते हैं.अश्विन भी अपने करियर के आखिरी दौर में प्रेवश कर चुके हैं. उन्हें टेस्ट में ही खेलते हुए देखा जाता है. वनडे और टी20 में उन्हें काफी लंबे समय से मौका नहीं मिला.
इन दोनों प्रारूप में अश्विन की जगह बनती भी नहीं हैं. बता दें कि अश्विन ने अपने संन्यास को लेकर खुलासा किया था कि जब उन्हें लगेगा कि वह अपने खेल पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं तो संन्यास की घोषणा कर सकते हैं. अगर, अश्विन टेस्ट में खेलना जारी रखते हैं तो सफेद बॉल क्रिकेट को अलविदा कर सकते हैं.