जिस खिलाड़ी का करियर खत्म करने पर तुले थे जय शाह और अगरकर, उसी ने भारत को बना दिया चैंपियन, नहीं तो लौटते खाली हाथ
जय शाह (Jay Shah) और अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने होनहार खिलाड़ी का करियर खत्म करने की योजना बनी थी. लेकिन, घरेलू क्रिकेट दम पर टीम में की जोरदार वापसी और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीता दिया खिताब...
जिस खिलाड़ी का करियर खत्म करने पर तुले थे जय शाह और अगरकर, उसी ने भारत को बना दिया चैंपियन, नहीं तो लौटते खाली हाथ Photograph: (Google Images)
जय शाह (Jay Shah) इस समय आईसीसी की चैयरमेन की कुर्सी पर विराजमान है. लेकिन, उससे पहले वह बीसीसीआई में सचिव की भूमिका निभा चुके हैं. उन्होंने अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) को मुख्य सिकेक्टर के तौर पर नियुक्त किया था. दोनों दिग्गज के कार्यकाल में एक होनहार खिलाड़ी पर गाज किसी थी. जिसकी गलती के लिए वह खिलाड़ी खुद बड़ा जिम्मेदारी था. लेकिन, गलती सुधारी. घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा. जिसके बाद चैंपिंयंस ट्रॉफी 2025 के स्क्वाड में जगह मिली. जिसके बाद उस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से मेला लूट लिया. आइए आपको बताते हैं उस धरंधर के बारे में..
इस खिलाड़ी पर Jay Shah की गिरी थी गाज !
इस खिलाड़ी पर Jay Shah की गिरी थी गाज ! Photograph: (Getty Images)
जबजय शाह (Jay Shah) बीसीसीआई के सचिव थे तो उन्होंने टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर सख्ती बरतते हुए एक निर्देश जारी किया था कि नेशनल क्रिकेटर्स को रणजी में खेलना होगा. जिसके बाद पिछले साल विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे स्टार खिलाड़ियों को 12 साल बाद घरेलू क्रिकेट में खेलते हुए देखा गया. लेकिन, श्रेयस अय्यर ने बोर्ड की बातों के अनसुना सा कर दिया था. जिसकी वजह से उन्हें टीम से नहीं बल्कि जय शाह ने सेंट्रल कॉन्टैक्स से ही बाहर कर गिया था. अय्यर को अपनी गलकी का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा था.
Ajit Agarkar ने टीम इंडिया के दरवाजे कर दिए थे बंद
जब कोई खिलाड़ी अपनी मनमानी करता है तो उस पर चयनकर्ताओं की कैंची चलना लाजमी है. ऐसा की कुछ श्रेयस अय्यर के केस में देखने को मिला था. जब उन्होंन घरेलू क्रिकेट छोड़ आईपीएल की तैयारियां करनी शुरु कर दी थी तो चयनकर्ता अजीत अगकर (Ajit Agarkar) ने उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे बंद कर दिए. उन्हें काफी लंबे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था.
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अपनी प्रदर्शन से जीत लिया दिल
श्रेयस अय्यर को अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लिया. जिसके बाद उन्होंने विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए काफी रन बनाए. जिसकी वजह से उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के स्क्वाड का हिस्सा बनने का मौका मिला. चैंपियंस ट्रॉफी में अय्यर अच्छी लय में नजर आए. उन्होंने मध्य क्रम में अहम भूमिका निभाई. मुश्किल परिस्थिति में टीम के लिए रन बनाए. इतना ही नहीं अय्यर चैंपियंस ट्रॉफी में लीडिंग स्कोरर रहे. अय्यर ने 5 मैचों में 188 रन देखने को मिले. जिसमें 1 शतक भी शामिल है.