भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विश्व भर में अपनी कुशल नीतियों के लिए जाना जाता है. बबीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट में चार चांद लगाने का काम किया है. वह किसी से छिपा नहीं है. घरेलू क्रिकेट सिस्टम को इतना मजबूत और परदशी बनाया है कि युवा खिलाड़ियों भपमार है जो भारत की नेशनल क्रिकेट में खेल रहे हैं.
लेकिन हम आपको बोर्ड की राजनीति के बारे में बता रहे हैं जिसकी वजह से 2 होनगार खिलाड़ियों का करियर खराब हो गया. ऐसे गंभीर आरोप सोशल मीडिया पर फैंस ने बीसीसीआई पर लगाए हैं. नहीं तो भारत के पास वीरू-सचिन जैसी एक महान जोड़ी होती. आइए जानते हैं उन 2 प्लेयर्स के बारे में...
BCCI की राजनीति के चलते करियर हुआ बर्बाद
भारतीय टीम में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है. जिसमें कुछ ऐसे खिलाड़ी जो अपनमे टैलेंट के दम पर टीम में आए . जबकि कुछ खिलाड़ियों को मेम्बर से अच्छे रिश्तें होने का फायदा मिला. कुछ खिलाड़ी कप्तान के फेवरेट होते हैं जो खराब प्रर्दशन के बावजूद भी बाहर नहीं होते हैं. ऐसे तमाम आरोप लगते रहे हैं. क्रिकेट प्रेमियों में यहां तक बीसीसीआई को भी नहीं बख्सा, विनोद कांबली एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहे हैं. सचिन के अच्छे दोस्त सभी जानते हैं.
शुरूआती दिन कमाल की बल्लेबाजी करते थे. सचिन भी उस समय कांबली की तरह बैटिंग नहीं कर पाते थे. वहीं पृथ्वी शॉ ने डेब्यू मैच में शतक ठोक दिया था. जिसके बाद उनकी तुलना वीरेंद्र सहवाग से कि जाने लगी थी. लेकिन, आज ये दोनों खिलाड़ी गुमनामी में जी रहे हैं. दोनों खिलाड़ियों कभी बोर्ड से बनी नहीं. या फिर इनके साथ राजनीती हुई जिसकी वजह से दोनों खिलाड़ियों का करियर परवान चढ़ने से पहले खत्म हो गया.
विनोद कांबली और पृथ्वी शॉ से कहां हुई चूक ?
क्रिकेट की दुनिया बड़ी अजीब है. यहां खिलाड़ी एक पारी से रातो रात स्टार बन जाता है. जबकि एक छोटी गलती से अर्श से फर्श पर आ जाता है. पृथ्वी शॉ और विनोद कांबली के साथ कुछ ऐसा ही देखेन को मिला है.
एक समय था विनोक कांबनी को सचिन से बेहतर बल्लेबाज माना जाता था. लेकिन, सचिन कहां से कहा पहुंच गए. जबकि कांबली की हालात यह हो गई है कि उन्हें अपने इलाज के लिए पैसी भी उधार मांगने पढ़ रहे हैं. कहीं ना कहीं तो उनसे चूक हुई, जिसकी वजह से उनका करियर पटरी से उतर गया.
वहीं पृथ्वी शॉ भारत के उभरते बल्लेबाजों में एक हैं. लेकिन, उनकी MCA के साथ बन नहीं रही है. हाल ही में एक अधिकारी बयान आया था कि वह शॉ पूरी रात पार्टी करते हैं. सेशन मिस करते हैं जिसकी वजह से उनकी बल्लेबाजी दिन पर दिन खराब होती चली जा रही है. इंटपरनेशनल की छोड़ ही दीजिए उन्हें रणजी ट्रॉफी से अनुशासनहीनता की वजह से बाहर कर दिया गया.
आईपीएल में उन्हें कोई बेस प्राइज 75 लाख में खरीदने को तैयार नहीं, पृथ्वी शॉ iPL 2025 में अनसोल्ड रहे. मानों उनका करियर को बुरी नजर लग गई है. उन्हें इस बारे में विचार करना होगा कि आखिरकार उनसे कहां चुक हुई है.