टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक गेंद के बारे में जानिए सब कुछ

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Sonam Gupta
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विराट कोहली

भारत और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप (Test Championship) का फाइनल मुकाबला साउथैम्पटन के मैदान पर 18-22 जून को खेला जाएगा। इस मैच को लेकर आईसीसी ने नियमों का ऐलान भी कर दिया है और साथ ही बता दिया है कि ये महामुकाबला ड्यूक बॉल से खेला जाएगा। मगर ये Duke Ball भारत के लिए एक बड़ी चुनौती होने वाली है, तो आइए इस आर्टिकल में आपको इस गेंद के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं।

Test Championship फाइनल में इस्तेमाल होगी Duke Ball

ICC test championship

टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच के लिए शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड ने नियमों का ऐलान किया है। जैसे, यदि मैच ड्रॉ या टाई होता है, तो दोनों टीमों को संयुक्त रूप से विजेता बनाया जाएगा। 23 जून को रिजर्व डे के तौर पर रखा गया है और भी कई नियम बताए गए। साथ ही आईसीसी ने ये ऐलान भी कर दिया है कि भारत-न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मैच में ड्यूक बॉल का इस्तेमाल किया जाएगा।

दरअसल, इंग्लैंड में सभी मुकाबले ड्यूक बॉल से ही खेले जाते हैं। ये चुनौती भारत-न्यूजीलैंड के लिए बराबर होने वाली है, क्योंकि दोनों ही टीमें अपने घर पर इस गेंद से नहीं खेलती हैं। किवी टीम कूकाबूरा गेंद से खेलती है वहीं भारत में एसजी गेंद इस्तेमाल होती है।

क्या है ड्यूक बॉल की खासियत

दुनियाभर के गेंदबाज ड्यूक बॉल से गेंदबाजी करना पसंद करते हैं क्योंकि ये उनके लिए मददगार होती है। यदि आप ड्यूक, कुकाबुरा व एमसीजी गेंद के बीच अंतर पर गौर करें, तो ये गेंदें काफी अलग होती हैं। असल में ड्यूक गेंद बाकी दोनों गेंदों की तुलना में छोटी व हल्की होती है और इसकी सीम पर ज्यादा धागे होते हैं और वह उठी रहती है। इसकी लाइफ कुकाबुरा व एमसीजी गेंद से अधिक होती है। ड्यूक बॉल पर हाथ की सिलाई होती है, इसलिए 80 ओवरों के बाद भी गेंद पर ज्यादा फर्क नजर नहीं आता है।

भारत के सामने पेश आएंगी मुश्किलें

Duke Ball

टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में Duke Ball का इस्तेमाल होगा। ये भारत के लिए चुनौती की बात है। भारतीय खिलाड़ी जब इंग्लैंड दौरे पर आते हैं, तभी वह Duke Ball से क्रिकेट खेलते हैं और इसकी स्विंग के सामने उन्हें खासतौर पर मुश्किल होती है। आपको याद हो तो 2014 में जब भारतीय टीम, इंग्लैंड दौरे पर गई थी। तब विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा था, लेकिन हमें ये भी याद रखना होगा की जब 2018 में टीम इंडिया, इंग्लैंड गई थी, तो विराट ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी।

Duke Ball भारत के सामने चुनौती तो होगी, मगर भारतीय खिलाड़ियों ने तैयारी भी की है। जब आईपीएल 2021 का आयोजन हुआ था, तो भारतीय खिलाड़ी नेट्स पर Duke Ball से प्रैक्टिस कर रहे थे। उम्मीद करेंगे की खिलाड़ियों की तैयारी काम आ सके क्योंकि इस गेंद की ये खासियत है कि वह मौसम के साथ रंग बदलती है।

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