भारत (Team India) और इंग्लैंड के बीच पिछले साल फरवरी में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आयोजन किया गया था. जिसकी मेज़बानी भारत कर रहा था. सीरीज़ का पहला मैच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला गया था. जिसको लेकर अब बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. ऐसा बताया जा रहा है कि उस टेस्ट मैच के पिच क्यूरेटर ने पिच के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके चलते टीम इंडिया (Team India) को सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में ही एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा था.
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में पिच के साथ हुई थी छेड़छाड़
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल फरवरी में चेन्नई के चेपॉक मैदान में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में पिच क्यूरेटर ने भारतीय टीम (Team India) के खिलाफ जाकर पिच के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके चलते टीम इंडिया की सारी रणनीतियां उस मुकाबले में फ्लॉप हो गई थी.
दरअसल, पहला टेस्ट मैच शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी को भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री और बॉलिंग कोच भरत अरुण चेपॉक मैदान में मौजूद थे. जहां दोनों ने ग्राउंड्समैन को स्पष्ट तौर पर आदेश दिए थे कि पिच पर अब कुछ करने की ज़रुरत नहीं है, पिच जैसी है उसे वैसे ही छोड़ दो और पानी और रोलर का प्रयोग अब पिच पर बिल्कुल नहीं होना चाहिए.
ग्राउंड्समैन से बातचीत करने के बाद टीम के मुख्य कोच और गेंदबाज़ी कोच स्टेडियम से निकल गए. लेकिन इसके बाद पिच क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन से कहा कि उन्हें एक "उच्च अधिकारी" ने पिच को पानी देने के लिए और रोल करने के लिए भी कहा है. जिसके बाद पिच पर रोलर भी चला और उसको पानी भी दिया गया. ऐसे में अगली सुबह बिल्कुल फ्लैट पिच तैयार थी.
इस बात से रवि शास्त्री और भरत अरुण हुए थे निराश
रिपोर्ट में इस बात का भी ज़िक्र है कि पिच क्यूरेटर द्वारा पिच के साथ छेड़छाड़ करने के बाद भारतीय टीम (Team India) के कोच रवि शास्त्री और गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण इससे काफी नाराज़ भी हुए थे और उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई से पिच क्यूरेटर को बदलने के लिए भी बखूबी कहा था. इसी के साथ सूत्र ने इस पूरे मामले की जांच करने के लिए भी कहा है कि आखिर पिच क्यूरेटर किसने आखिरी वक्त पर पिच में छेड़छाड़ करने के लिए कहा था.
इंग्लैंड ने Team India को 227 रन से दी थी मात
बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच चेपॉक में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारतीय टीम बुरी तरह से हारी थी. मेहमान टीम ने पहली पारी में ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी करते हुए 578 रन बोर्ड पर लगाए थे. जिसके जवाब में भारतीय टीम (Team India) पहली पारी में 337 रन पर सिमट गई थी. ग़ौरतलब है कि दूसरी पारी में इंग्लैंड सिर्फ 178 पर ऑलआउट हो गई थी.
लेकिन पहली पारी में अच्छी लीड मिलने के बाद अब भी भारतीय टीम के सामने 420 रन का बड़ा लक्ष्य था. जिसको भारतीय टीम हासिल करने में बुरी तरह से चूक गई थी. टीम इंडिया दूसरी पारी में केवल 192 रन पर ही ऑलआउट हो गई जिसके चलते इंग्लैंड वो मुकाबला 227 रन के बड़े अंतर से जीत गई थी. बहरहाल, पहले मैच में करारी शिकस्त मिलने के बाद भारतीय टीम ने ज़बरदस्त वापसी की और 3-1 से वो टेस्ट सीरीज़ जीत ली.