टीम इंडिया (Team India) और इंग्लैंड (England) के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच शुरू हो चुका है. टॉस प्रक्रिया में एक बार फिर से जो रूट की जीत हुई है. उन्होंने पहले गेंदबाजी का फैसला करते हुए विराट कोहली को बल्लेबाजी का न्योता दिया है. शार्दुल ठाकुर दूसरे मैच की प्लेइंग इलेवन से बाहर हो चुके हैं. दरअसल चोटिल होने के कारण उन्हें आराम दिया गया है. लेकिन, इसके साथ ही मैनेजमेंट ने दो चौंकाने वाले फैसले किए हैं.
शार्दुल की जगह ईशांत की हुई वापसी
दरअसल टीम इंडिया (Team India) को एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश रही है जो तेज गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी में भी अपना योगदान दे सके. हार्दिक पांड्या की इंजरी के बाद शार्दुल उनके बेहतरीन ऑप्शन थे. पहले मैच में वो बल्ले से भले ही फ्लॉप रहे. लेकिन, उन्होंने 4 अहम विकेट जरूर झटके. शार्दुल के चोटिल होने के बाद फैंस को उम्मीद थी कि, आर अश्विन को प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह शामिल किया जाएगा. क्योंकि वो पहले मुकाबले से भी बाहर रहे थे.
हालांकि आर अश्विन की जगह विराट कोहली ने ईशांत शर्मा की टीम में इंग्लैंड के खिलाफ वापसी कराई है. शार्दुल की जगह दूसरे मुकाबले में तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को मौका दिया गया है. पहले मुकाबले की तरह कप्तान ने 4 तेज गेंदबाज और 1 स्पिनर के साथ उतरने का निर्णय लिया है. ईशांत की वापसी भले ही टीम में हो चुकी है. लेकिन, काफी फैंस इस बात से नाराज हैं कि, अश्विन को शार्दुल की जगह शामिल नहीं किया गया है.
अश्विन को फिर से प्लेइंग इलेवन में किया नजरअंदाज
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट मैच में एक बार फिर से स्पिन डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी रवींद्र जडेजा को सौंपी है. जबकि आर अश्विन (R Ashwin) को टीम इंडिया (Team India) की प्लेइंग इलेवन में नजरअंदाज कर दिया गया है. यह दूसरी बार है जब उन्हें मैनजमेंट ने प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया है. अब सवाल यही है कि, क्या पुछल्ले बल्लेबाज हर मैच में बल्ले से योगदान देते रहेंगे. क्योंकि कहीं ना कहीं अश्विन को दूसरे मुकाबले में इग्नोर कर मैनेजमेंट ने अपनी बल्लेबाजी को कमजोर किया है.
मुकाबले के चौथे और 5वें दिन टीम इंडिया (Team India) को रन बनाने की जरूरत होगी. ऐसे में अगर मिडिल ऑर्डर फेल होता तो ऑलराउंडर पर भरोसा जताया जा सकता था. जैसा कि नॉर्टिंघम टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने किया था. शार्दुल भी भारत के पास एक बेहतर विकल्प थे. लेकिन, लॉर्ड्स में भारत के पास पुछल्ले बल्लेबाजों में सिर्फ जडेजा हैं. इसलिए अश्विन को नजरअंदाज करना भारतीय टीम को भारी पड़ सकता है.