टीम इंडिया ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनकी वापसी इतिहास रचने वाली होती है। 50 सालों के बाद भारत ने ओवल के मैदान पर मेजबान इंग्लैंड टीम को हराकर टेस्ट मैच में जीत दर्ज की। इस मैच में Team India का पहली पारी में प्रदर्शन कुछ खास अच्छा नहीं था, जिसके चलते इंग्लैंड ने आसानी से 99 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।
लेकिन दूसरी पारी में पहले भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड को जीत के लिए 368 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया और फिर गेंदबाजों ने पाटा पिच पर धमाकेदार गेंदबाजी करते हुए अपनी टीम को 157 रनों से शानदार जीत दिलाई। ये जीत सालों साल याद की जाएगी, क्योंकि भारत की वापसी ने सभी को हैरान कर दिया।
मगर इस मैच के कुछ ऐसे प्रदर्शन करे, जिसने भारत को जीत हासिल करने में अहम योगदान दिया। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 5 कारणों के बारे में बताते हैं, जो रहे इस जीत का आधार।
ओवल टेस्ट में Team India की जीत का आधार रहे 5 कारण
शार्दुल ठाकुर का ऑलराउंड प्रदर्शन
तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर का हरफनमौला प्रदर्शन Team India की जीत का एक बड़ा कारण रहा। शार्दुल ने पहली पारी में 57 रन बनाए और दूसरी पारी में वह 60 रन बनाने में कामयाब रहे। उन्होंने इंग्लिश गेंदबाजों की जिस तरह से धुलाई की, उसे देखकर ना केवल दर्शकों को आनंद मिला, बल्कि टीम इंडिया दूसरी पारी में बड़ा लक्ष्य देने में कामयाब रही।
यदि शार्दुल बल्ले से रन ना बनाते, तो यकीनन गेम का चेहरा कुछ और हो सकता था। इसके बाद उनकी गेंदबाजी की क्या तारीफ की जाए, जब उन्होंने पहले रोरी बर्न्स और हसीब हमीद की ओपनिंग पार्टनरशिप को तोड़ा, जो 100 रनों की हो चुकी थी और फिर जो रूट का विकेट चटकाककर तो शार्दुल ने भारत की जीत का सबसे बड़ा पत्थर हटा दिया था। शार्दुल का ये ऑलराउंड प्रदर्शन भारत की जीत का सबसे बड़ा कारण रहा।
2- रोहित शर्मा का शतक
इस पूरी सीरीज में अब तक रोहित शर्मा ने क्रीज पर खुद को साबित किया है। लेकिन ओवल टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत को जिसकी जरुरत थी, उन्होंने वह कर दिखाया। रोहित ने 127 रनों की शतकीय पारी खेली और भारत के लिए मानो जीत का मंच तैयार किया।
रोहित का शतक ही था, जिसकी बदौलत Team India ने इंग्लैंड के सामने 368 रनों का लक्ष्य रखा। अब यदि इस मैच में रोहित शतक ना लगाते, तो भारत के पास इतनी बड़ी बढ़त नहीं होती और यकीनन मैच का परिणाम कुछ और भी हो सकता था। इसलिए रोहित को शतक के लिए मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
3- विराट कोहली की कप्तानी
Team India के कप्तान विराट कोहली का भी ओवल टेस्ट मैच जीतने में बड़ा योगदान रहा। कप्तान कोहली ने पहली पारी में 50 व दूसरी पारी में 44 रन बनाए। भले ही आपको ये स्कोर बड़ा ना दिख रहा हो, लेकिन इसने भी भारत को बड़ा लक्ष्य देने में मदद की।
इसके अलावा कोहली की कप्तानी की जितनी तारीफ की जाए, कम होगा। कोहली ने इस मैच में जिस प्रकार अपने गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, वह बेहतरीन था। विकेट पाटा था, लेकिन उन्होंने अपने पांचों का गेंदबाजों का बखूबी इस्तेमाल करते हुए आखिरी दिन इंग्लैंड के पूरे 10 विकेट निकलवा लिए। इसलिए कप्तान को श्रेय मिलना चाहिए।
4- उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी
मैच में आखिरी दिन भारत को जीत दर्ज करने के लिए पूरे 10 विकेट चाहिए थे। ये काम आसान नहीं था, क्योंकि पिच पाटा थी और इंग्लिश बल्लेबाज घरेलू परिस्थितियों में खतरनाक हो सकते थे। वैसे तो सभी गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर गेंदों और उमेश यादव की शानदार वापसी भारत के लिए ये काम कर दिखाया।
उमेश यादव ने मैच में 6 विकेट लिए, तो वहीं बुमराह ने 4 विकेट चटकाए। मगर दोनों ही गेंदबाज काफी प्रभावी दिखे और इंग्लिश बल्लेबाजों पर उन्होंने दबाव बनाया। जिसका फायदा दूसरे गेंदबाजों को भी मिला। बुमराह ने अपनी सटीक यॉर्कर का बखूबी इस्तेमाल किया और विकेट निकाले। वहीं उमेश की रफ्तार के सामने इंग्लिश खिलाड़ियों ने घुटने टेक दिए।
5- चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी
भारतीय क्रिकेट टीम के नंबर-3 बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का भी इस मैच में मिली जीत में बड़ा योगदान रहा। पहली पारी में पुजारा भले ही सस्ते में आउट हो गए, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने केएल राहुल के आउट होने के बाद रोहित शर्मा के साथ मिलकर 153 रनों की साझेदारी कर, सेशन दर सेशन भारत की मैच में वापसी कराई।
पुजारा की 61 (127) रनों की पारी ने ना केवल भारत को आगे बढ़ने में मदद की, बल्कि रोहित शर्मा को शतक बनाने के लिए दूसरे छोर से सपोर्ट भी दिया। पुजारा ने बेहद तेजी से अर्धशतक लगाया और उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपने अंदाज से चौंका दिया था। मगर फिर उन्होंने धैर्य दिखाया और साझेदारी को मजबूत बनाया।