पर्थ में Team India के बल्लेबाजों ने किया निराश
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में टॉस जीतकर बैटिंग के लिए टीम इंडिया 49.4 ओवर्स में सिर्फ 150 रनों पर ही सिमेट गई. पारी की शुरुआत करने आए यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले ही शून्य के स्कोर पर आउट हो गई. जबकि केएल राहुल अच्छी लय में दिख रहे थे.
लेकिन, उन्हें दुर्भाग्यपूर्ण रूप से कैच आउट दें दिया. देवदत्त पड़िक्कल को जगह मिली वो इस चास पर खरा नहीं उतर सके और शून्य पर आउट हो गए. हालांकि, ऋषभ पंत ने 37 और नीतीश कुमार रेड्डी ने 41 रन बनाकर भारत को 150 के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
पर्थ टेस्ट में इस खिलाड़ी की खली कमी
जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया (Team India) के स्क्वाड का ऐलान किया गया तो कई पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल खड़े किए थे. क्योंकि, इस दौरे पर अनुभवहीन खिलाड़ियों को शामिल किया गया था. जबकि कंगारूओं की नाक में दम कर देने वाले बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को बाहर का रास्ता दिखा दिया.
पुजारा को टीम में शामिल नहीं किए जाने के बाद भारतीय फैंस ने अपनी नाराजी जाहिर की थी. क्रिकेट प्रेमियों की गुस्सा जाहिर भी है. क्योंकि, पुजारा भारत के लिए टेस्ट में सबसे अनुभवी बल्लेबाजों में से एक हैं. उन्होंने 100 से ज्यादा टेस्ट खेले हैं. विदेश में खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका बेहतरीन रिकॉर्ड है.
चेतेश्वर पुजारा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ है शानदार रिकॉर्ड
चेतेश्वर पुजार भले ही टीम इंडिया (Team India) का हिस्सा नहीं है. लेकिन, उनके रिकॉर्ड को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्हें टेस्ट में राहुल द्रविड़ के बाद दी वॉल के नाम से जाना जाता है. वह आसानी से अपनी विकेट नहीं देते हैं. पुजारा ने कंगारू बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है.
यही कारण कि पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. पुजारा ने 2010-2023 के बीच 25 मुकाबलों 45 पारियों में 2074 रन बनाए हैं. जिसमें इस दौरान उनके बल्ले से 7 शतक और 6 अर्धशतक देकने को मिले.
विराट कोहली भी इस मामले में पुजारा से पीछे हैं. विराट ने ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 2047 रन बनाए हैं. अगर पुजारा को इस टेस्ट सीरीज में शामिल किया जाता तो वह भारतीय बैटिंग में चार चांद लगा सकते थे. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि चयनकर्ताओं ने पुजारा को शामिल नहीं कर बड़ी गलती तो नहीं कर दी.