Rohit Sharma: रोहित शर्मा जब से टीम इंडिया के कप्तान बने हैं तीन खिलाड़ियों की मौज आ गई है. ये खिलाड़ी चाहे अच्छा प्रदर्शन करें या फिर लगातार फ्लॉप रहें उनका गेम के किसी न किसी फॉर्मेट में स्थान पक्का होता है. रोहित शर्मा जितना इन खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं उतना वे दूसरे टेलेंटेड खिलाड़ियों का नहीं करते. हिटमैन के फवर की वजह से इन तीन खिलाड़ियों का टीम इंडिया में हनीमून पीरियड चल रहा है. मगर रोहित (Rohit Sharma) की कप्तानी जाते ही इन खिलाड़ियों का करियर खतरे में आ सकता है. आईए देखते हैं वे तीन खिलाड़ी कौन हैं.
के एल राहुल
के एल राहुल (KL Rahul) लंबे समय से लय में नहीं हैं. एशिया कप हो या टी 20 विश्व कप राहुल का बल्ला नहीं चला. भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों में भी राहुल फ्लॉप रहे. तीसरे टेस्ट में उन्हें शायद पब्लिक प्रेशर की वजह से हटाया गया. शायद आगे फिर उन्हें मौका मिल जाए. लेकिन रोहित (Rohit Sharma) की कप्तानी जाने के बाद राहुल की मुश्किलें बढ़ेंगी और अगर वे टीम से बाहर हुए तो फिर शायद ही वापस आ पाएंं.
बता दें कि राहुल ने आखिरी 10 टेस्ट पारियों में सिर्फ 1 फिफ्टी लगाई है. वहीं 10 वनडे पारियों में उनके बल्ले से 2 फिफ्टी निकली है. बात अगर टी 20 की करें तो उन्होंने आखिरी 10 पारियों में 4 अर्धशतक जरुर लगाए हैं लेकिन अपनी धीमी बल्लेबाजी की वजह से आलोचना केंद्र रहे हैं.
ईशान किशन
ईशान किशन (Ishan Kishan) पिछले साल वनडे में बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जड़ चर्चा में आए थे लेकिन उस पारी के बाद ईशान किशन कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं लेकिन रोहित शर्मा की वजह से प्लेइंग XI में हो न हों टीम में जरुर बने रहते हैं जबकि संजू सैमसन जैसा बल्लेबाज अच्छे प्रदर्शन के बाद हमेशा टीम से बाहर होता है.
बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक जड़ने के बाद 3 वनडे और 6 टी 20 मैच खेले हैं लेकिन उनके बल्ले से एक भी फिफ्टी नहीं निकली है. रोहित शर्मा की कप्तानी जाने के बाद शायद ही इस प्रदर्शन के आधार पर ईशान टीम इंडिया में बने रह सकें.
उमेश यादव
तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) लंबे समय भारत की वनडे और टी 20 टीम से बाहर हैं. यादव ने अपना आखिरी वनडे 2018 में जबकि अपना आखिरी टी 20 मुकाबला 3 साल बाद अक्टूबर 2022 में खेला था. इस दौरान वे प्लेइंग XI में हो या न हो लेकिन नियमित रुप से टेस्ट टीम का हिस्सा रहे हैं. उमेश यादव के प्रदर्शन में कभी निरंतरता नहीं रही है. यही वजह है कि वे टी 20 तथा वनडे में अपनी जगह खो चुके हैं. संभव है रोहित की कप्तानी जाते ही टेस्ट टीम से भी उनकी विदाई हो जाए.