भारत-साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच खेली गई 3 मैचों की टेस्ट सीरीज और वनडे श्रृंखला टीम इंडिया (Team India) के लिए बेहद खराब सीरीज रही. दोनों ही श्रृंखला में भारत को सिर्फ हार का सामना करना पड़ा. इसकी वजह कई बड़े खिलाड़ी भी रहे जो उम्मीद के मुताबिक कुछ खास करिश्मा नहीं दिखा सके. नतीजतन भारतीय टीम के सपने पर पानी फिर गया.
इस दौरे पर कई कुछ खिलाड़ियों को बार-बार खुद को साबित करने का मौका दिया गया. लेकिन, अफसोस कि इन सभी मौकों को उन्होंने गंवा दिया. वो चाहे टेस्ट में रहा हो या फिर फि वनडे सीरीज में रहा हो. दोनों ही श्रृंखला में टीम के ये खिलाफ बल्ले और गेंद से पूरी तरह बेदम दिखे हैं.
आज हम अपनी इस खास रिपोर्ट में ऐसे ही 4 खिलाड़ियों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं जिनका साउथ अफ्रीका दौरे के साथ लगभग करियर खत्म हो गया है. कौन से हैं टीम इंडिया (Team India) के वो 4 प्लेयर्स डालते हैं इस रिपोर्ट के जरिए एक नजर...
1. भुवनेश्वर कुमार
इस लिस्ट में पहला नाम टीम इंडिया (Team India) के स्टार तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) का आता है जो एक दौर अपनी धारदार गेंदबाजी से विरोधियों को चारो खाने चित कर देते थे. उनके सामने बड़े से बड़े बल्लेबाजों का भी मनोबल टूट जाता था. लेकिन, आज के दौर में भवनेश्वर की गेंदबाजी में वो धार कहीं खो सी गई है. जिसे देखने की उम्मीद भी अब धुंधली पड़ती हुई नजर आ रही है.
भवनेश्वर कुमार सीमित ओवर के फॉर्मेट में कहीं गायब से होते हुए नजर आ रहे हैं. वो अपनी लाइन-लेंथ से कहीं भटके हुए दिखाई दे रहे हैं. इसका अंदाजा हाल ही में 2 वनडे मैच से लगाया जा सकता है. शुरूआती 2 मैचों में भूवी को खुद को साबित करने का मौका मिला था. लेकिन, दोनों ही बार भवनेश्वर अपना असफल रहे और 5 की इकोनॉमी रेट से रन लुटाए.
यहां तक तक कि उन्हें इन दोनों ही मुकाबलों में एक भी सफलता हासिल नहीं हुई. लगातार फ्लॉप प्रदर्शन कर रहे भुवनेश्वर कुमार का क्रिकेट करियर अब अंधेरे में नजर आने लगा है. अफ्रीका के खिलाफ उन्हें आखिरी वनडे मैच में मौका ही नहीं दिया गया. इसलिए यह का जा सकता है कि अफ्रीका दौरे के बाद भूवी का करियर लगभग खत्म हो गया है.
2. युजवेंद्र चहल
इस सूची में दूसरा बड़ा नाम टीम इंडिया (Team India) के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) का आता है जो पिछले कुछ सीरीज में काफी ज्यादा फ्लॉप रहे हैं. एक समय में चाइनामैन के साथ यूजी की जोड़ी काफी मशहूर थी. दोनों अपनी गूगली गेंदों के साथ ही जबरदस्त वेरिएशन की वजह से विरोधियों पर भारी पड़ जाते थे. लेकिन, कुलदीप के टीम से बाहर होने के बाद यूजी का भी दमखम सीमित ओवर के फॉर्मेट में फीका पड़ने लगा है.
युजवेंद्र चहल को मौके तो मिल रहे हैं लेकिन, वो इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. साउथ अफ्रीका में उन्होंने तीनों वनडे मैच की प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिला. लेकिन, तीनों ही मैच में गेंद से यूजी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. दूसरे मुकाबले में उन्हें सिर्फ 1 सफलता हासिल हुई थी.
वहीं पहले मैच में उन्होंने जमकर रन लुटाए थे. लेकिन, एक भी कामयाबी नहीं मिली थी. या यूं कहें कि अफ्रीका बल्लेबाजों के सामने वो पूरी तरह से बेबस नजर आए. आखिरी मुकाबले में भी उनका खाता नहीं खुल सका. ऐसे में लगातार उनके खराब प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि साउथ अफ्रीका दौरे के साथ युजवेंद्र चहल का भी करियर लगभग खत्म हो चुका है. क्योंकि हर मौके को भुनाने में वो नाकामयाब रहे हैं.
3. चेतेश्वर पुजारा
इस सूची में तीसरा बड़ा नाम टीम इंडिया (Team India) के अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का नाम आता है जो टीम के दीवार माने जाते थे. लेकिन, अब वो दीवार कहीं टूटती हुई नजर आ रही है. क्योंकि पिछले साल उनकी 3-4 पारियों को छोड़ दिया जाए तो पूरे साल बल्ले से फ्लॉप रहे हैं. उन्हें खुद को साबित करने के लिए पूर्व कप्तान रहे विराट कोहली ने हर मौके दिए लेकिन, मौकों को पुजारा भुना नहीं सके.
साउथ अफ्रीका दौरे की बात करें तो उन्हें तीनों ही टेस्ट सीरीज में खेलने का मौका दिया गया और सिर्फ 1 पारी को छोड़कर बाकी 5 पारियों में पुजारा के बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले. उन्होंने बाकी 5 इनिंग में मिलाकर सिर्फ 124 रन बनाए थे. लेकिन, उनका बल्लेबाजी औसत बेहद खराब रहा है. पिछले साल पुजारा ने सिर्फ 27, 22, 25 की औसत से टेस्ट फॉर्मेट में रन बनाए हैं.
उनका ये बल्लेबाजी औसत लगातार गिरता जा रहा है. अब उनकी आलोचनाएं भी चारो तरफ हो रही हैं. जो हैरानी से कम नहीं है. यहां तक उन्हें लगातार प्लेइंग इलेवन से ही नहीं बल्कि टीम से भी ड्रॉप करने की मांग उठ रही हैं. कई बड़े दिग्गज भी उन्हें लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं स्पष्ट कर चुके हैं. इसलिए यह कह सकते हैं कि साउथ अफ्रीका दौरे के साथ ही उनका टेस्ट करियर भी लगभग खत्म हो चुका है.
4. अजिंक्य रहाणे
इस लिस्ट में आखिरी बड़ा नाम टीम इंडिया के (Team India) पूर्व टेस्ट उप-कप्तान रहे अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का आता है जिन्हें पूर्व टेस्ट कप्तान विरोट कोहली ने कई बड़े मौके दिए. लेकिन, हर मौके पर रहाणे बल्ले से फेल हो रहे. पिछले साल रहाणे का बल्लेबाजी औसत सिर्फ गिरता ही गया. 2-3 पारी को छोड़ दिया जाए लगभग सभी पारियों में रहाणे पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं.
उनका रन न बनाना अब लोगों को ही नहीं शायद चयनकर्ताओं को भी चुभने लगा है. क्योंकि उनका प्रदर्शन सिर्फ निराश करने वाला है. साल 2021 में अजिंक्य रहाणे का बल्लेबाजी औसत महज सिर्फ 19 का रहा है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से उन्होंने लोगों को निराश किया है. वहीं साउथ अफ्रीका दौरे की बात करें तो विराट कोहली ने उन्हें तीनों मैच की प्लेइंग इलेवन में मौका दिया था.
3 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में रहाणे कुछ खास करिश्मा नहीं दिखा सके थे. एक पारी मे सिर्फ उन्होंने अर्धशतक जड़ा था. इसके अलावा बाकी 5 पारी में राहणे 48, 20, 0, 9, 1 रन की पारी खेली थी. उनके इन आंकड़ों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि साउथ अफ्रीका दौरे के साथ ही उनका करियर को लगभग खत्म हो चुका है.