टी20 क्रिकेट में फैंस की नजर हमेशा बल्लेबाजों पर होती है. ये ऐसा फॉर्मेट है जिसमें बल्लेबाज धुंआधार पारियां खेलकर फैंस को आकर्षित करते हैं. इस प्रारूप में कई बार बड़े से बड़े रिकॉर्ड बन जाते हैं. जब खिलाड़ियों के बल्ले से ताबड़तोड़ रन निकलते हैं तो दर्शक भी खुशी से झूम उठते हैं. टी20 क्रिकेट में हमेशा से ही बल्लेबाजों की बादशाहत रही है.
क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में चंद ओवर और गेंद में गेम का रूख पलट जाता है. इस फॉर्मेट में टीम इंडिया (Team India) के भी कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने दुनिया में एक अलग नाम कमाया है. जिसमें महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गजों का भी नाम शामिल है.
टीम इंडिया (Team India) में लगातार बढ़ रही प्रतिस्पर्धा के बीच कई खिलाड़ियों का टीम में जगह बनाना मुश्किल होता जा रहा है. खासकर अनुभवी खिलाड़ियों को लगातार नजरअंदाजगी का सामना करना पड़ रहा है. इन्हीं कारणों के चलते कई भारतीय खिलाड़ियों का टी20 करियर खत्म होने की कगार पर है. इस खास आर्टिकल में हम ऐसे ही बल्लेबाजों के बारे में बात करने जा रहे हैं.
1. केदार जाधव
इस लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं केदार जाधव की जिन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की मेजबानी में जमकर सुर्खियां बटोरी. उनकी कप्तानी में ही जाधव ने टी20 फॉर्मेट में डेब्यू किया था. लेकिन, विराट कोहली की कप्तानी में उन्हें वो सपोर्ट नहीं मिला. बीते 4 साल से जाधव भारतीय टीमटी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं. उन्हें सिर्फ 9 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में खेलने का मिला है. जिसमें 20.33 की औसत से सिर्फ 122 रन बनाए हैं.
साल 2010 से ही केदार जाधव (Kedar Jadhav) आईपीएल में एक्टिव हैं. लेकिन, इस टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है. 2018 से 2020 तक जाधव सीएसके (CSK) का हिस्सा रहे. इसके बाद उन्हें 2021 में सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम से जोड़ा था. लेकिन, वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके.
IPL 2021 में जाधव ने 6 मैचों में सिर्फ 55 रन बनाए इसलिए उन्हें ऑक्शन 2022 से पहले ही टीम ने रिलीज कर दिया. जाधव की बढ़ती उम्र भी उनके करियर का सबसे बड़ा रोड़ा रही है. ऐसे में उनकी 35 साल की उम्र और फॉर्म को देखते हुए टीम इंडिया (Team India) में टी20 क्रिकेट में उनकी वापसी अब न के बराबर नजर आ रही है.
2. दिनेश कार्तिक
साल 2006 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले टीम इंडिया (Team India) के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक लंबे सालों से इस फॉर्मेट में नहीं खेले हैं. इसका कारण उनका खराब प्रदर्शन रहा है. जसिके कारण वो कभी भी भारतीय टीम में स्थाई जगह हासिल नहीं कर सके.
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय टी20 प्रारूप में ज्यादा मौके नहीं मिल सके. उन्होंने भारत की ओर से 32 टी20 मैच खेले हैं जिसमें 33.25 की औसत से सिर्फ 399 रन बनाए हैं. दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) अब खराब फॉर्म से लगातार जूझ रहे हैं. यहां तक कि आईपीएल में भी उनका जलवा फीका पड़ गया है.
आईपीएल 2021 में कार्तिक के प्रदर्शन पर एक नजर डालें तो उन्होंने 17 मैच में सिर्फ 223 रन बनाए थे. यानी पूरे सीजन में वो बल्ले से रन बनाने के लिए तरसते हुए दिखाई दिए. उन्होंने साल 2020 में केकेआर की कप्तानी जारी सीजन में छोड़ दी थी ताकि अपनी बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान दे सकें. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ और अब भारतीय टीम में भी उनके इस फॉर्मेट में वापसी की उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं.
3. मनीष पांडे
इस लिस्ट में तीसरे और आखिरी नंबर पर बात करते हैं टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाज मनीष पांडे (Manish Pandey) की, जिन्हें 2015 में टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला था. लेकिन, बीते 1 सास ले उन्हें इस फॉर्मेट में खेलने का मौका नहीं मिला हैट. आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंट में भले ही मनीष पांडे एक्टिव हैं लेकिन, भारतीय टीम में उन्हें जगह नहीं मिल रही है.
भारतीय टीम की ओर से उन्होंने अभी तक 39 वनडे मैच खेले हैं जिसमें 44.31 की शानदार औसत से 709 रन बनाए हैं. लेकिन, टीम में कभी भी वो अपनी जगह पक्की नहीं कर सके. उनकी खराब बल्लेबाजी की वजह से अक्सर मध्यक्रम पर दबाव पड़ता रहा है इसलिए बीते 1 साल से वो टीम से ही बाहर चल रहे हैं.
आखिरी बार उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 दिसंबर को टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में खेलने का मौका मिला था. इसके बाद उनकी अभी तक वापसी नहीं हुई. या यूं कहें कि अब उनकी टीम में वापसी काफी मुश्किल नजर आ रही है.