ENG vs IND: 3 समस्या जो पहले 2 टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम ने खत्म की, अब बन गयी ताकत

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Shilpi Sharma
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India team 3 problem

भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच इन दिनों 5 मैचों की टेस्ट सीरीज जारी है. नॉर्टिंघम टेस्ट मैच बारिश की वजह से ड्रॉ हो गया था. जिसमें भारतीय टीम (Team India) जीत के बेहद करीब थी. लेकिन, लॉर्ड्स टेस्ट बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया ने सीरीज पर 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है.

एक समय पर यह मुकाबला भी ड्रॉ की कगार पर पहुंच चुका था. लेकिन, आखिर दिन भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों ने ना सिर्फ बल्लेबाजी से दर्शकों और फैंस का दिल जीता. बल्कि अंत में अपनी धारदार गेंदबाजी से इस मैच में जीत का झंडा गाड़ दिया.

आज की हम अपनी इस खास रिपोर्ट में उन 3 समस्याओं के बारे में बात करने जा रहे हैं तो पहले टेस्ट मैच में देखने को मिली थी. लेकिन, नॉर्टिंघम और लॉर्ड्स में इन कमियों को सुधारते हुए भारत ने इसे खत्म कर दिया है.

1. सलामी बल्लेबाजी

Team India

पहले टेस्ट मैच की शुरूआत से पहले भारतीय टीम (Team India) की सबसे बड़ी समस्या सलामी जोड़ी थी. क्योंकि शुभमन गिल गंभीर इंजरी की वजह से इस पूरी श्रृंखला से बाहर हो गए थे. मयंक अग्रवाल भी प्रैक्टिस मैच के दौरान चोटिल होकर पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिए गए थे. ऐसे में रोहित के साथ ओपनिंग को लेकर लगातार सस्पेंस बरकरार थे. क्योंकि केएल राहुल 2 साल से टेस्ट फॉर्मेट से बाहर चल रहे थे.

हांलाकि नॉर्टिंघम में उन्हें हिटमैन के साथ उतारा गया. 2 साल बाद भी केएल राहुल जबरदस्त लय में दिखाई दिए. उन्होंने पहले ही मैच में 84 रन की पारी खेली और शतक से चूक गए. दूसरी पारी में 20 से ज्यादा रन बनाए और रोहित ने उनका साथ दिया. इसके बाद लॉर्ड्स टेस्ट जहां रोहित ने ताबड़तोड़ 83 रन की पारी खेली. तो वहीं केएल राहुल शतक जड़ते हुए 129 रन बनाए. दोनों ही टेस्ट में अपने आपको साबित करते हुए उन्होंने सलामी बल्लेबाजी की समस्या को खत्म कर दिया है.

2. तेज गेंदबाजो का परिस्थिति को समझना

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दूसरी सबसे बड़ी समस्या तेज गेंदबाजों को लेकर थी, जो परिस्थिति के मुताबिक कहीं ना कहीं फेल होते रहे हैं. लेकिन, इंग्लैंड के खिलाफ दोनों ही टेस्ट मैचों में इनका जबरस्त प्रदर्शन रहा है. नॉर्टिंघम में जसप्रीत बुमराह और शमी का जमकर जादू चला. इन दोनों ने सिर्फ गेंदबाजी के दौरान ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी के समय जब टीम को इनकी जरूरत पड़ी, तब भी भारत का मुश्किल समय में इन्होंने साथ दिया. साथ ही सिराज और शार्दुल ने भी नॉर्टिंघम में अपनी भूमिका दर्ज कराई.

दूसरे मैच से पहले शार्दुल के चोटिल होने पर विराट कोहली ने इशांत शर्मा पर भरोसा जताया. जिस पर वो खरे भी उतरे. मुश्किल से मुश्किल समय में उन्होंने विकेट भी लिए और बल्लेबाजी भी की. परिस्थिति के मुताबिक लॉर्ड्स में भी जस्सी और शमी ने भारतीय टीम (Team India) को बीच मजधार में नहीं छोड़ा. पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ी पारियां खेली और आखिर के दो सेशन में गेंदबाजी में खास भूमिका निभाते हुए टीम को जीत दिलाई. सिराज ने दोनों पारी में 8 विकेट लेकर कमाल का प्रदर्शन किया.

3. मध्यक्रम की वापसी

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भारतीय टीम (Team India) की तीसरी सबसे बड़ी समस्या मिडिल ऑर्डर रहा है. जो पहले मैच की पहली पारी में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुआ था. इसकी वजह से मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर सवाल भी उठते रहे हैं. लेकिन, लॉर्ड्स में इनके दम पर टीम इंडिया मैच बचाने में कामयाब रही. गेंदबाजों के साथ ही लॉर्ड्स पर जीत पक्की करने में मध्यक्रम के बल्लेबाजों का अहम योगदान रहा. जिस वक्त भारत को बड़ी पारी की उम्मीद थी, उस वक्त केएल राहुल और हिटमैन जल्दी अपना विकेट खो दिए थे.

यहां तक कि विराट कोहली भी दूसरी पारी में 20 रन बनाकर चलते बने थे. लेकिन, इस दौरान चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे काफी संघर्ष करते हुए सिर्फ विकेट ही नहीं बचाए बल्कि टीम के लिए रन बनाए. इन दोनों फॉर्म में वापसी करते हुए संकट के समय में वो कर दिखाया, जो टीम को मजबूत करता है. इनके लय में वापस आने में टीम इंडिया की मिडिल ऑर्डर की भी समस्या खत्म हो गई.

विराट कोहली जसप्रीत बुमराह भारतीय क्रिकेट टीम मोहम्मद शमी भारत बनाम इंग्लैंड लॉर्ड्स टेस्ट 2021