श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान हो गया है. जिसमें कई नए युवा चेहरों को मौका दिया गया है. लेकिन, इसके बाद चयनकर्ताओं पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब इस तरह से बीसीसीआई पर खिलाड़ियों के चयन को लेकर सवाल उठ रहे हैं. हमेशा से ही इस मामले में बोर्ड सवालों के घेरे में रहा है. श्रीलंका के खिलाफ होने वाले तीन वनडे और तीन टी-20 मैच की सीरीज के लिए ऐलान हुई टीम की कप्तानी का जिम्मा शिखर धवन को सौंपा गया है.
लेकिन, जिस वजह को लेकर चयनकर्ताओं से फैंस नाराजगी जता रहे हैं, उसकी वजह कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके कुछ ही मैचों में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टीम में जगह दे दी गई है. जबकि, कई ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जो बीते काफी वक्त से आईपीएल में ही नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें श्रीलंका दौरे पर नजरअंदाज कर दिया गया है. इस रिपोर्ट में हम उन्हीं 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो इस दौरे पर चुने जाने के हकदार थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया.
हर्षल पटेल
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम के उभरते हुए शानदार तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ( Harshal Patel) को श्रीलंका दौरे पर पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है. इस साल आईपीएल में उन्होंने ऑल ओवर खिलाड़ियों सबसे उम्दा प्रदर्शन किया था. लेकिन, टीम इंडिया (Team India) में उनका चुनाव ना होना भी हैरानी की बात है. चयनकर्ताओं के इस तरह से नजरअंदाज का कारण समझ में नहीं आ रहा है.
आईपीएल के स्थगित होने से पहले उन्होंने आरसीबी की तरफ से खेलते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया था. 7 मैच में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने कुल 17 विकेट झटके थे. इतना ही नहीं पर्पल कैप की लिस्ट में पहले दावेदार वही थे. मुंबई इंडियंस जैसी दमदार टीम के खिलाफ उन्होंने 5 हॉल भी लिए थे. इतने लाजवाब परफॉर्मेंस को देखते हुए कहा जा सकता है कि, वो श्रीलंका के खिलाफ टीम में जगह बनाने के हकदार थे लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नहीं चुना.
दीपक हुड्डा
दूसरे नंबर बात करते हैं पंजाब किंग्स के युवा बल्लेबाज दीपक हुड्डा (deepak hudda) की, जिन्होंने इस साल आईपीएल 2021 में आते ही अपने बल्ले से जमकर कतरब दिखाया था. आईपीएल 2021 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 20 गेंद पर ही अर्धशतकीय पारी खेली थी. 64 रन की पारी में उन्होंने 6 छक्के और एक चौका जड़ा था. इस टूर्नामेंट के अलावा हुड्डा घरेलू क्रिकेट के जरिए भी लोगों का ध्यान में कामयाब रहे थे. उनके श्रीलंका दौरे पर चुने जाने की उम्मीद लगाई जा रही थी. हालांकि टीम इंडिया (Team India) में उनका भी शामिल ना किया जाना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है.
विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए एक अलग पहचान बना चुके दीपक हुड्डा इस मामले में काफी वक्त से बदनसीब साबित हो रहे हैं. इसी साल की बात है, जब क्रुणाल पांड्या से हाथपाई वाले मामले में उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने क्रुणाल पर कई आरोप भी लगाए थे. हालांकि उनके प्रदर्शन को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि, उन्हें इस दौरे पर मौका दिया जाना चाहिए था. लेकिन, चयनकर्ताओं ने हुड्डा को नजरअंदाज कर दिया है.
राहुल तेवतिया
राजस्थान की तरफ आईपीएल में खेलने वाले ऑलराउंडर राहुल तेवतिया ( Rahul Tewatia) को श्रीलंका दौरे पर ना सेलेक्ट करके चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ी के साथ सबसे बड़ी नाइंसाफी की है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह ये है कि, इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की खेली गई घरेलू सीरीज में उन्हें टीम इंडिया (Team India) में जगह दी गई थी. लेकिन प्लेइंग इलेवन में उन्हें मौका नहीं मिल पाया था. ऐसे में चयनकर्ताओं की मंशा पर भी सवाल खड़े होना लाजमी है.
भारतीय टीम में उन्हें बिना मौका दिए ही चयनकर्ताओं ने राहुल तेवतिया के प्रदर्शन को भांप लिया. जबकि, इस दौरे पर वो चुने जाने के हकदार थे. घरेलू क्रिकेट में ही नहीं बल्कि आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन इस बात की तरफ इशारा करता है. लेकिन, इसके बावजूद उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टीम में नजरअंदाज कर दिया गया.