भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से श्रीलंका दौरे पर अलग-अलग फॉर्मेट में कुल मिलाकर 14 खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौका मिला। जहां, कुछ खिलाड़ी प्रदर्शन करके स्टार बन गए, तो वहीं अब कुछ के लिए आगे का सफर आसान नहीं होने वाला है।
T20I सीरीज के दूसरे मैच से पहले क्रुणाल पांड्या के कोविड पॉजिटिव आने के बाद दूसरे मैच में 4 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया, लेकिन ये युवा खिलाड़ी प्रभावित करने में असफल रहे। सीरीज खत्म होने के बाद राहुल द्रविड़ ने बयान दिया है कि युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से वह निराश नहीं हैं, क्योंकि जब उन्हें ऐसी परिस्थितियों में खेलने का मौका मिलेगा, तभी तो वह सीखेंगे।
तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिन्हें यदि आगे Team India के लिए खेलना है, तो अपने खेल में सुधार करना होगा।
Team India के लिए खेलना है तो करना होगा सुधार
1. चेतन सकारिया
Team India के युवा तेज गेंदबाज चेतन सकारिया के करियर ने पिछले 6 महीनों में एक नया आयाम हासिल किया है। पहले उन्हें आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदकर टीम में शामिल किया। जिसके बाद उन्हें श्रीलंका दौरे पर एकदिवसीय व T20I क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला।
हालांकि युवा गेंदबाज ने श्रीलंका दौरे पर कुल 3 विकेट चटकाए। मगर अब ये कहना गलत नहीं होगा की यदि उन्हें आगे भारत के लिए खेलना है, तो अपनी गेंदबाजी पर कंट्रोल करना होगा। वह ज्यादातर मौकों पर एक ही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करते हैं, जिसके चलते सामने वाला बल्लेबाज उन्हें पढ़ लेता है और आसानी से खेलता है। इसलिए उन्हें अपनी में विविधता लानी होगी, ताकि वह सामने वाले बल्लेबाज को बीट कर सकें।
2. देवदत्त पडिक्कल
इस लिस्ट में दूसरा नाम कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल का है। दरअसल, पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट में और फिर आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए शानदार खेल दिया। इस सीजन में राजस्थान के खिलाफ खेले गए मैच में तो पडिक्कल ने शानदार शतक भी लगाया। जिसके बाद उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए चुना गया।
ना केवल वह स्क्वाड का हिस्सा रहे, बल्कि 9 खिलाड़ियों के सीरीज से बाहर होने के बाद उन्हें T20I सीरीज के आखिरी दो मैचों में Team India की प्लेइंग इलेवन में भी मौका मिला। मगर पडिक्कल इस मौके को भुना नहीं पाए और वह दोनों मैचों में मिलाकर 38 रन ही बना सके। पहले मैच में पडिक्कल अच्छे दिख रहे थे, लेकिन दूसरे मैच में दबाव में दिखे।
हालांकि ये कहना गलत नहीं होगा की ये बल्लेबाज जिस सिच्युएशन में मैदान पर आया, वह काफी मुश्किल थी। मगर अब यदि उन्हें भारत के लिए आगे भी खेलना है, तो यकीनन इस तरह का दबाव झेलने के लिए खुद को तैयार रखना होगा।
3. रितुराज गायकवाड़
श्रीलंका दौरे पर आखिरी दो मैचों में शिखर धवन के साथ पारी का आगाज करने उतरे युवा ओपनर रितुराज गायकवाड़ के पास भी खुद को साबित करने का अच्छा मौका था। मगर वह उसे भुना नहीं सके। गायकवाड़ ने डेब्यू मैच में 21 (18) रन बनाकर आउट हुए थे। वहीं दूसरे मैच में वह मैदान पर अच्छे दिख रहे थे, तभी वनिंदु हसरंगा ने उन्हें LBW आउट कर दिया और गायकवाड़ 14 (10) रन पर पवेलियन लौट गए।
मैच में दबाव की स्थिति थी और वह युवा हैं, इसलिए जैसे-जैसे उन्हें अनुभव होगा, वह इस तरह की स्थिति में मैदान पर डट सकते हैं। लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा की यदि उन्हें आगे मौका मिलता है, तो उसे भुनाना होगा।