कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 24 साल बाद महिला क्रिकेट को शामिल किया गया. जिसमें टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. सभी टीमें गोल्ड जीतने के लिए संघर्ष करती हुई नजर आई. हालांकि इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला भारतीय महिला टीम और और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया.
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 रनों से हरा गोल्ड अपने नाम कर लिया. वहीं इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम की एक खिलाड़ी ताहिला मैक्ग्रा (Tahlia Mcgrath) कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं. जिसके बावजूद भी उन्हें भारत के खिलाफ खेलने की अनुमति दी गई. जिसके खिलाफ फैंस अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं.
मैच से पहले Tahlia Mcgrath संक्रमित थीं
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की खिलाड़ी ताहिला मैक्ग्रा (Tahlia Mcgrath) भारत के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले से पहले ही कोरोना संक्रमित पाई गई थीं. लेकिन उसके बावजूद भी उन्हें गोल्ड मेडल खेलने के लिए अनुमति दी गई थी. उनके इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि खिलाड़ियों को कैसे खतरे में डाला जा सकता है.
जानकारी के लिए बता दें कि इसी साल जनवरी में टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच को अपने देश में घुसने से इसलिए मना कर दिया था, क्योंकि उन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं ले रखी थी, लेकिन जब उसकी महिला टीम की खिलाड़ी को गोल्ड मेडल मैच से ऐन पहले कोरोना हुआ था. उसके बावजूद भी उन्हें आइसोलेशन में जाने के बजाए खेलने की अनुमति मिल जाती है. वहीं इस पूरे मामले पर आलाधिकारियों ने चुप्पी साथ रखी है.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इस फैसले फैंस हुए नाराज
Why test when one can play with COVID ?
— Saikiran Kannan | 赛基兰坎南 (@saikirankannan) August 7, 2022
Didn't Australia stop #Djokovic coz he wasn't vaccinated ? Now how can they play a COVID +player ?
This #CommonwealthGames is a sham ! https://t.co/2OvmEszh5y
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में खेले गए फाइनल मुकाबले में भले ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर गोल्ड जीत लिया हो, लेकिन उन्होंने कोरोना संक्रमित खिलाड़ी ताहिला मैक्ग्रा (Tahlia Mcgrath) को फाइनल मुकाबले में खेल भावनाओं को ठेस पहुंचाया है. उनके इस फैसले को लेकर फैंस सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.
हालांकि भारत के खिलाफ गोल्ड मेडल मैच में ताहिला मैक्ग्रा ने ज्यादा असर नहीं छोड़ा लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया का ये फैसला क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है. अगर खेलना ही था तो फिर मैच से पहले टेस्ट का क्या मतलब?