"पहले कभी नहीं जीते, इसलिए ऐसा हुआ..." RCB की विजय परेड में हुई घटना पर Sunil Gavaskar ने तोड़ी चुप्पी, दिया चुभने वाला बयान
Published - 09 Jun 2025, 03:51 PM | Updated - 09 Jun 2025, 03:54 PM

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Sunil Gavaskar: आरसीबी ने 18 साल बाद आईपीएल जीता है। इस जीत का जश्न मनाने के लिए उन्होंने बैंगलोर में विजय परेड निकाली। इस दौरान सभी खिलाड़ी और कर्नाटक के सीएम भी खिलाड़ियों की सम्मान समारोह में स्टेडियम पहुंचे। लेकिन व्यवस्था न होने के कारण इस दौरान एक बड़ा हादसा हो गया।
विजय परेड के दौरान कुचले जाने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 56 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना ने सभी को विचलित कर दिया है। अब विजय परेड में हुई घटना पर सुनील गावस्कर ने अपनी राय रखी है। उनका बयान सुर्खियां बटोर रहा है। चलिए चलते हैं...?
विजय परेड में हुई घटना पर Sunil Gavaskar का बयान

पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने बैंगलोर में हुई दुखद भगदड़ पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस घटना में किसी को दोषी ठहराने का कोई मतलब नहीं है। उनका कहना है कि अगर आरसीबी ने पहले कुछ सालों में आईपीएल जीता होता तो ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती।
सुनील गावस्कर ने किसी को दोषी नहीं ठहराया
मिड-डे के लिए लिखे अपने कॉलम में गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा कि,
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ के कारण हुई लोगों की जान वाकई दिल दहला देने वाली है। वे सभी लोग उन खिलाड़ियों की एक झलक देखना चाहते थे, जिन्होंने पिछले कई सालों, खासकर पिछले दो महीनों में उन्हें इतनी खुशी और आनंद दिया। आईपीएल ट्रॉफी, जिसे वे हर साल जीतने की उम्मीद करते थे।
लेकिन कभी नहीं जीत पाए। आखिरकार 18 साल के लंबे इंतजार के बाद उनके पास आ रही थी। उनकी खुशी पूरी तरह से समझी जा सकती थी और वे अपने नायकों को यह दिखाना चाहते थे। शायद वे उन्हें करीब से देखना चाहते थे। शायद उन्हें छूना चाहते थे या उनके साथ एक तस्वीर लेना चाहते थे।'
"अगर आरसीबी पहले जीत जाती तो ऐसा नहीं होता" Sunil Gavaskar
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने आगे लिखा, 'यह वास्तव में एक दुखद घटना थी कि कुछ लोग कुचले जाने के बाद मर गए और कई लोग अभी भी घायल हैं और अस्पताल में हैं। किसी को दोष देने का कोई मतलब नहीं है। यह बेकार है क्योंकि जीवन वापस नहीं लाया जा सकता है और कुछ घाव, खासकर मानसिक घाव कभी पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकते हैं।
अगर आरसीबी ने शुरुआती कुछ सालों में ही ट्रॉफी जीत ली होती तो 18 साल के लंबे इंतजार के बाद ऐसी भावनाएं सामने नहीं आतीं। दूसरी टीमें जीतीं, लेकिन उनका उत्साह इतना ज्यादा नहीं था क्योंकि उनके प्रशंसकों को इतना लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा।
ऐसे हुआ बेंगलुरू में हादसा
गौरतलब है कि आरसीबी की जीत के बाद एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मची भगदड़ की वजह आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है। लेकिन कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे की वजह फ्री एंट्री सेरेमनी के दौरान हुई घटना बताई जा रही है। फ्री एंट्री का नाम सुनते ही लाखों की भीड़ स्टेडियम में घुसना चाहती थी।
लेकिन स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35 हजार थी। भीड़ की संख्या 3 लाख से ज्यादा थी, जिसे नियंत्रित करना मुश्किल था। क्योंकि राज्य में पुलिस व्यवस्था भी चौकस नहीं थी। ऐसे में जब भीड़ ने स्टेडियम में घुसने की कोशिश की तो कुछ लोग पुलिस बैरिकेड के नीचे दब गए और उनकी जान चली गई।