तमिलनाडु प्रीमियर लीग में फिक्सिंग के मामले पर बोले दिग्गज सुनील गावस्कर, ऐसी बला है लालच...

Published - 23 Sep 2019, 11:35 AM

खिलाड़ी

कुछ दिन पहले खबरों में काफी चर्चा थी कि फिक्सर्स तमिलनाडु प्रीमियर लीग के अंदर घुसबैठ करने की कोशिश कर रहे थे। जिसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई। इसपर अब दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने अपनी बात रखते हुए कहा है कि लालच का कोई इलाज नहीं है।

लालच का कोई इलाज नहीं है

तमिलनाडु प्रीमियर लीग में फिक्सर ने खिलाड़ियों से संपर्क करने की कोशिश की थी। जिसके बाद शिकायत दर्ज कराई गई थी। अब फिक्सिंग के मामले पर क्रिकबज ने गावस्कर के हवाले से लिखा है,

“लालच ऐसी बला है जिसे शिक्षा, मार्गदर्शन, सेमीनार या भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी नहीं सुधार सकते। सर्वश्रेष्ठ समाज, सबसे ज्यादा विकसित समाज में भी अपराधी होते हैं। क्रिकेट में भी आपके पास अलग तरह के लोग होते हैं जो लालच में आ जाते हैं। इसके अलग कारण हो सकेत हैं कि जिनकी वजह से लोग इसके लिए बाध्य हो जाते हैं। मैं समझता हूं कि आप इसे नियंत्रित नहीं कर सकते।”

फिक्सिंग कर कोई बच नहीं सकता

“मैं उन स्थितियों को समझ सकता हूं जहां खिलाड़ी सोचता है कि वह इससे बच निकलेगा, लेकिन आप बच नहीं सकते क्योंकि इसे टीवी पर दिखाया जा रहा है, हर एक छोटी चीज दिखाई जा रही है। आप कुछ गलत करते हैं तो पकड़े जाएंगे।”

“आप जिलों से आ रही प्रतिभाओं को देखिए। उदाहरण के तौर पर कर्नाटक प्रीमियर लीग, कई लोग राज्य के अंदरुनी इलाकों से आए हैं जिन्हें कर्नाटक के सर्वश्रेष्ठ जौहरी भी शायद नहीं निकाल पाते।”

“यही टीएनपीएल और बाकी की अन्य लीगों के साथ है। मुझे लगता है कि यह लीग काफी अच्छी है। यह भारतीय क्रिकेट को और ज्यादा प्रतिभाएं दे रही हैं।”

बीसीसीआई ने जांच की जानकारी की थी साझा

अब बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख अजीत सिंह ने कहा है कि

“कुछ खिलाड़ियों ने रिपोर्ट की थी कि उन्हें अनजान लोगों से वॉट्सऐप संदेश मिल रहे हैं. हमने खिलाड़ियों के बयान ले लिए हैं और हमें संदेश भेजने वालों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं।”

जिस तरह से पिछले कुछ समय से जांच में तेजी दिखाई जा रही है। जो बताता है की अजीत सिंह ने इस मामले को साफ़ करने का फैसला ले लिया है। टीएनपीएल पर अब बीसीसीआई पहले से ज्यादा नियन्त्रण के बारें में सोच सकती है।