भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच ओवल टेस्ट मैच जारी है. इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा कमेंटेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने मैदान अंपायर को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. अक्सर वो क्रिकेट में सुधारों से जुड़ी बातों को लेकर अपनी सलाह देते रहते हैं. साथ ही गलतियों पर भी चुप नहीं बैठते. ऐसा कुछ बयान उन्होंने हाल ही में दिया है. क्या कुछ उन्होंने कहा है, जानिए इस रिपोर्ट के जरिए....
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने नो बॉल को लेकर दी सलाह
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान का कहना है कि, वह मैदान पर गलतियों को कम करने के लिए ICC द्वारा जारी किए गए कुछ नए नियमों को समझने में विफल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने ओवरस्टेप्स नो बॉल को लेकर बड़ी बात कही है. उनका मानना है कि, इसका अधिकार मैदानी अम्पायर के पास ही होना चाहिए. इंग्लैंड और भारत के बीच चौथे टेस्ट (IND vs ENG) में कमेंट्री के दौरान उन्होंने ये बयान दिया.
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कमेंट्री के दौरान कहा कि,
"कुछ बदलाव जो देखने को मिले हैं उन्हें समझना मुश्किल है. नो-बॉल कॉल ऑन-फील्ड अंपायर से आना है. यह बल्लेबाजों के लिए थोड़ा अनुचित है. खासकर स्पिनरों के खिलाफ. एक बल्लेबाज के पास शॉट बदलने के लिए कुछ वक्त होता है इसलिए उनको नो बॉल के बारे में जल्दी पता होना चाहिए".
Sunil Gavaskar बोले- नो बॉल का अधिकार मैदानी अंपायर के पास होना चाहिए
इसके साथ ही भारतीय कमेंटेटर ने ये बात भी कही कि,
"अधिकार यदि मैदानी अंपायर के पास होंगे तो उनमें भी विश्वास होगा और वो निर्णय देंगे. क्योंकि अगर यह गलत भी होता है तो सही करने के लिए तीसरा अंपायर मौजूद होता है".
दरअसल नो बॉल का अधिकार अब टीवी अंपायर को सौंपा गया है. लेकिन, वो फैसला तब सुनाते हैं जब गेंद हो जाती है. इसके कारण बल्लेबाज को काफी देरी इस बारे में बताया जाता है.
जब तक बल्लेबाज को ये बात पता चलती है तब तक वो शॉट खेल चुका होता है.
"लेकिन, अगर मैदानी अम्पायर के पास अधिकार रहता है तो वो गेंद डालते ही नो बॉल करार देते हैं. ऐसे में बल्लेबाज अपना माइंडसेट बदलकर अपनी इच्छा के मुताबिक कोई भी शॉट खेल सकता है".
फिलहाल सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का ये तर्क आईसीसी को किस हद तक समझ में आता है, ये बात देखने वाली होगी.