इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने लीड्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज के तीसरे मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के स्तर 1 के उल्लंघन के लिए सजा सुनाई है। ब्रॉड पर अनुच्छेद 2.9 के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था, जो इंटरनेशनल मैच के दौरान "किसी भी खिलाड़ी पर या उसके पास अनुचित या खतरनाक तरीके से गेंद फेंकने" से संबंधित है।
Stuart Broad ने किया ICC ने आचार संहिता का उल्लंघन
दरअसल, न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के 89वें ओवर में ब्रॉड ने अपना फॉलो-थ्रू मारने के बाद गेंद डेरिल मिशेल की ओर फेंकी, जबकि न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने न तो क्रीज छोड़ी और न ही रन लेने में कोई दिलचस्पी दिखाई। ब्रॉड की लापरवाही या जानबूझकर की गई डिलीवरी का अंजाम बहुत बुरा हो सकता था । इससे डैरिल मिशेल को चोट पहुंचा सकती थी।
हालांकि, तेज गेंदबाज ने अपना अपराध स्वीकार किया और साथ ही अमीरात आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी डेविड बून द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया। स्टुअर्ट ने आईसीसी आचार संहिता के स्तर 1 का उल्लंघन किया है। इस आर्टिकल का संबंध "किसी खिलाड़ी के पास या उसके पास अनुचित या खतरनाक तरीके से" गेंद फेंकने से है।
Stuart Broad को मिली ये सजा
स्टुअर्ट बोर्ड पर यह आरोप मैदानी अंपायर मरैस इरास्मस और रिचर्ड केटलबोरो, तीसरे अंपायर अलीम डार और चौथे अंपायर डेविड मिल्नेस द्वारा लगाया गया था, और उन्होंने अपने अनुशासनात्मक रिकॉर्ड पर एक डिमेरिट अंक प्राप्त किया। इसके अलावा उन्हें आईसीसी द्वारा फटकार भी लगाई गई।
Stuart Broad के खाते में जमा हैं दो डिमेरिट पॉइंट
पिछले 24 महीनों में स्टुअर्ट का ये दूसरा अपराध है और इस तरह उनके खाते में दो डिमेरिट अंक जमा हो गए। आपको बता दें कि यदि कोई खिलाड़ी 24 महीने के भीतर चार या अधिक डिमेरिट अंक जमा करता है, तो इसके परिणामस्वरूप एक टेस्ट या दो सीमित ओवरों के मैचों के लिए प्रतिबंध लगाया जा सकता है। ब्रॉड अब पुनर्निर्धारित पांचवें टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ आमने-सामने होने के लिए तैयार होंगे जो 1 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा।