पिछले साल 2019 के विश्व कप के दौरान भारत और इंग्लैंड के बीच एक मुकाबला खेला गया था और इस मैच को मेजबान इंग्लिश टीम ने सिर्फ 31 रनों के अंतर से जीतकर अपने नाम किया. मैच से पहले यूँ तो दोनों ही टीमों को जीत का फेवरेट माना जा रहा था, लेकिन टीम इंडिया इंग्लैंड पर कहीं ना कहीं हावी थी.
मैच में भारतीय टीम ने जिस प्रकार से लक्ष्य का पीछा किया था, उसको देख कोई इस बात का अनुमान भी नहीं लगा सकता था कि भारत यह मुकाबला हार जाएंगा. दरअसल मैच में टीम इंडिया के सामने 338 रनों का लक्ष्य था और टीम इंडिया मात्र पांच विकेट के नुकसान पर 306 रन ही बना सकी थी.
बेन स्टोक्स ने उठाये सवाल
इंग्लैंड के स्टार ऑल राउंडर खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने अपनी नई किताब 'ऑन फायर' में इस मैच के ऊपर बात की और टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर सवालियां निशान भी खड़े किये. स्टोक्स के अनुसार,
''जिस तरह से रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल रहे थे वो शक पैदा करने वाला था. मुझे पता है कि हमने उस दौरान शानदार गेंदबाजी की लेकिन जिस तरह दोनों बल्लेबाजों के बीच साझेदारी हुई वो काफी चौंकाने वाली थी. उन्होंने अपनी टीम को मैच में काफी पीछे कर दिया. उन्होंने हमारी टीम पर दबाव डालने के लिए कोई इच्छा शक्ति नहीं दिखाई.''
मैच में विराट और रोहित ने दूसरे विकेट के लिए 138 रन जोड़े थे. रोहित के बल्ले से जहां 102 रन आये थे, कोहली 66 रन बनाने में सफल रहे थे.
धोनी को ठहराया जिम्मेदार
बेन स्टोक्स ने पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की बल्लेबाजी को भी आड़े हाथों लिया. स्टोक्स ने अनुसार, धोनी ने कोई इरादा नहीं दिखाया या फिर कम इरादे दर्शाए. ये उनके बैटिंग पार्टनर केदार जाधव पर भी लागू होता है. मेरे हिसाब से जब जीत संभव हो तो आपको उसके लिए जाना चाहिए.
बेन स्टोक्स ने लिखा, ''हमारे कैंप में यही बात चल रही थी कि धोनी जिस तरह से खेलते हैं, उसी तरह से खेल रहे थे. यहां तक कि अगर भारत मैच नहीं भी जीतने की स्थिति में होता है, तब भी वो मैच को आखिरी ओवर तक ले जाते हैं, ताकि रन रेट अच्छा रहे. धोनी हमेशा अपने आपको एक मौका देते हैं, ताकि फाइनल ओवर तक क्रीज पर रहकर मैच जिता सके.''
मैच में धोनी ने 31 गेंदों में नाबाद 42 और केदार जाधव ने 13 गेंदों में नाबाद 12 रन बनाये थे. मैच में अंतिम 31 गेंदों में टीम इंडिया को जीत के लिए 71 रन बनाने थे लेकिन धोनी और केदार ने सिर्फ सिंगल लेना बेहतर समझा और एक भी बड़ा शॉट नहीं लगाया. मैच के बाद सभी ने धोनी की बल्लेबाजी पर सावल उठाते हुए कहा था, कि उन्होंने 'इंटेंट नहीं दिखाया.'
स्टोक्स ने लिखा कि जब धोनी बल्लेबाजी के लिए आए तो 11 ओवरों में 112 रन की जरुरत थी और जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की वो काफी अजीब था. उन्होंने छक्कों की बजाय सिंगल पर ज्यादा जोर दिया. यहां तक कि अगर दो ओवर भी बचते तब भी भारत मैच जीत सकता था.