भारत-श्रीलंका (India vs Sri Lanka) के बीच खेली गई 6 मैचों की लिमिटेड ओवर की सीरीज खत्म हो चुकी है. वनडे श्रृंखला को 2-1 से भारतीय टीम ने जीता था. तो वहीं टी20 सीरीज को 2-1 से मेजबान टीम जीतने में कामयाब रही. इस दौरे पर भारत एक नई और युवा टीम के साथ पहुंचा था. जिसमें कुछ खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू ही नहीं किया था. तो वहीं कुछ प्लेयर्स स्टैंडबाई के तौर पर टीम के साथ पहुंचे थे.
इस सीरीज में काफी सारे प्लेयर्स को डेब्यू का भी मौका दिया गया था. जिनमें कईयों ने अपने आपको साबित किया तो कुछ ने अपने प्रदर्शन से लोगों को खासा निराश भी किया. इस खास रिपोर्ट में आज हम उन्हीं 3 खिलाड़ियों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें अब शायद ही टीम इंडिया की ओर से दोबारा मौका मिले.
1. नीतीश राणा
इस लिस्ट में हम सबसे पहले बात करने जा रहे हैं भारतीय खिलाड़ी नीतीश राणा (Nitish Rana) की, जिन्हें श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ तीन मौके मिले. लेकिन, इन तीनों मौकों को भुनाने में वो पूरी तरह से फेल रहे. पहले उन्हें भारत की ओर से आखिरी ODI मुकाबले में उन्हें डेब्यू कैप थमाई गई. इस मैच में उनके बल्ले से सिर्फ 2 रन की पारी ही निकल सकी.
इसके बाद उन्हें टी20 सीरीज के आखिरी के 2 मैचों में भी डेब्यू का मौका मिला. जहां पर वो खुद को साबित कर सकते थे. लेकिन, इस दौरान भी वो बुरी तरह से संघर्ष करते दिखाई दिए. दूसरे टी20 में उनके बल्ले से सिर्फ 9 निकले. वहीं तीसरे टी20 मैच में वो सिर्फ 6 रन बनाकर सस्ते में निपट गए.
इन तीनों ही मौकों पर वो बल्ले से बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए. उनकी बल्लेबाजी में कोई खास तकनीकि और लय नहीं दिखाई दी. इस सीरीज में सिर्फ 17 रन बनाने वाले नीतीश के आंकड़े को देखकर ये कहा जा सकता है कि अब शायद ही उन्हें टीम इंडिया की ओर से दूसरा मौका मिले.
2. कृष्णप्पा गौतम
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर बात करने जा रहे हैं कृष्णप्पा गौथम (Krishnappa Gowtham) की, जिन्हें पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय सीरीज के लिए टीम इंडिया (Team India) में चुना गया था. घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से लोगों को प्रभावित करने वाले कृष्णप्पा से बहुत उम्मीदें थे. जिस पर वो खरे नहीं उतर सके. श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ आखिरी ODI में इस ऑलराउंडर को डेब्यू करने का मौका मिला था.
बल्लेबाजी में वो पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए. जबकि डोमेस्टिक क्रिकेट में वो अपनी बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन, यहां पर उनका बल्ला चलने से पहले ही दम भर गया. इस मैच में भारत को पहली सफलता दिलाने वाले वही थे. लेकिन, ऑलराउंडर की भूमिका की उम्मीद पर वो साबित नहीं सके. इस मैच में उनके बल्ले से सिर्फ 3 रन निकले थे.
इसके बाद डी सिल्वा की गेंद पर LBW होकर पवेलियन लौट गए. यहां तक कि मेजबान के खिलाफ गेंदबाजी करने उतरे गौथम ने 8 ओवर फेंकते हुए 49 रन लुटाए थे और 1 ही विकेट अपने नाम कर सके थे. इसके बाद वो विकेट के लिए संघर्ष करते दिखाई दिए. कुल मिलाकर जिस तरह की उनसे उम्मीद थी उस हिसाब से वो लोगों को प्रभावित करने में चूक गए. ऐसे में ये कहना शायद गलत नहीं होगा कि, अब उन्हें टीम इंडिया की ओर से दूसरा मौका दिया जाएगा.
3. संदीप वारियर
भारतीय टीम के साथ नेट तेंज गेंदबाज के तौर पर इस दौरे पर पहुंचे संदीप वारियर (Sandeep Warrier) के डेब्यू की उम्मीद किसी ने भी नहीं की थी. यहां तक कि शायद उन्होंने खुद भी ये कल्पना नहीं की होगी. लेकिन, टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में उन्हें डेब्यू का मौका दिया गया था. क्रुणाल पांड्या के संक्रमित होने की वजह से 9 खिलाड़ी आइसोलेशन में थे. इसलिए बचे हुए खिलाड़ियों के साथ ही टीम को तीसरे मुकाबले में उतरना था.
दूसरे टी20 मैच में नवदीप सैनी बुरी तरह से चोटिल हो बैठे थे. उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर संदीप वारियर को डेब्यू कैप थमाई गई थी. 30 वर्षीय इस लंबे कद के तेज गेंदबाज से भारतीय टीम को खास उम्मीद थी. लेकिन, वो अपनी गेंदबाजी से प्रभावित करने में फेल साबित हुए. श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ उनसे 3 ओवर डलवाए गए थे. जिसमें उन्होंने सिर्फ रन लुटाने का काम किया.
7.70 की इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 3 ओवर में बिना कोई विकेट चटकाए 23 रन दिए और सबसे ज्यादा महंगे साबित हुए. उनके इस प्रदर्शन से मैनेजमेंट कुछ खास खुश नहीं हुआ होगा. इसलिए ये कहा जा सकता है कि, अब शायद ही दूसरा मौका टीम की ओर से खेलने का मिले.