भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विस्फोटक सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) देश भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने अपनी अनोखी बल्लेबाजी शैली के कारण विश्व भर में अपना और भारत का नाम रौशन किया है। आज यानि 18 जुलाई को स्मृति अपना 26वां जन्मदिन मना रही हैं, साल 1996 में उनक जन्म मुंबई में हुआ था। मौजूदा समय में मंधाना महिला क्रिकेट में सबसे सक्षम बल्लेबाज के रूप में जानी जाती है, स्मृति के क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने और करियर को बुलंदियों पर ले जाने की कहानी बेहद दिलचस्प है।
Smriti Mandhana ने अपने भाई को देखकर की क्रिकेट खेलने की शुरुआत
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) के क्रिकेट खेलने की शुरुआत का किस्सा बेहद अपने दिलचस्प है, वे अपने भाई को क्रिकेट खेलते हुए देखा करती थी। जिसके चलते उनके भीतर भी इस खेल को लेकर जिज्ञासा पैदा हुई। परिवार ने भी स्मृति को क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी को खूब सराहा और उन्हें इसी फील्ड में आगे बढ़ने का मौका दिया।
उन्होंने भी अपने परिवार के इस भरोसे और प्यार पर खरा उतरते हुए, डोमेस्टिक क्रिकेट में खूब पसीना बहाने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी जगह पक्की की है। महज 11साल की उम्र में उन्हें अंडर-19 के लिए चुन लिया गया था। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने मुंबई की ओर से खेलते हुए गुजरात के खिलाफ 150 गेंदों में 224 रन बना डाले थे।
राहुल द्रविड़ के बल्ले से जड़ा दोहरा शतक
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) की इस पारी का पुरुष क्रिकेट टीम के मौजूदा हेडकोच राहुल द्रविड़ से भी खास नाता रहा है। दरअसल, इस पारी में मंधाना ने जो बल्ला इस्तेमाल किया था वो किसी और का नहीं बल्कि खुद राहुल द्रविड का था। ये बल्ला राहुल ने स्मृति के भाई श्रवण को दिया था, जिस पर स्मृति का भी नाम लिखा हुआ था।
अपना नाम राहुल द्रविड के बल्ले पर देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, हालांकि स्मृति ने सोचा था कि वे इसे केवल एक शो पीस के लिए रखेंगी। लेकिन जैसे ही उन्होंने बल्ले को हाथ में लिया तो वे उसका बैलेंस देखकर हैरान हो गई। इस बात का खुलासा उन्होंने खुद गौरव कपूर के साथ एक इंटरव्यू के दौरान किया था।
Smriti Mandhana ने तीनों फॉर्मेट में मचा रखी है धूम
इस पारी के बाद ही स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) को नैशनल टीम से बुलावा भी आ गया था। 7 अप्रैल 2013 को उन्होंने टीम इंडिया के लिए टी20 फॉर्मेट में पदार्पण किया था। इसके बाद से उन्होंने इंटरनेशनल करियर में पीछे मुड़कर नहीं देखा है। विश्वकप 2018 में उन्होंने 2 शतक जड़कर सभी की निगाहें अपनी ओर केंद्रित कर ली है। उनके इस प्रदर्शन से भारत ने फाइनल में जगह बनाई थी।
स्मृति मंधाना ने 74 वनडे मुकाबले खेलते हुए 42.5 की औसत से 2892 रन बनाए हैं। इस फॉर्मेट में उनके नाम पांच शतक और 23 अर्द्धशतक दर्ज है। इसकेअलावा उन्होंने 87 टी20 मुकाबलों में भी शिरकत की है। इस दौरान उनके बल्ले से 25.7 की औसत से 2033 रन निकले हैं, टी20 क्रिकेट में उनके नाम 14 अर्द्धशतक दर्ज हैं.