पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) आग उगलती गेंदबाजी के अलावा मैदान पर अपने आक्रमक रवैया के लिए भी जाने जाते थे। शोएब और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बीच की राइवलरी ऐतिहासिक है। भारत बनाम पाकिस्तान का क्रेज और ऊपर से सचिन और शोएब की जुगलबंदी, क्रिकेट के इस महा मुकाबले में कुछ अनोखा ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता।
आज से ठीक 23 साल पहले यानी 19 फरवरी 1999 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में एशियन टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत हो रही थी। इस मैच में शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) की एक हरकत की वजह से मैदान में दंगे जैसे हालात हो गए थे। दरअसल ये इस चैम्पियनशिप का पहला ही मैच था। इस मैच में पाकिस्तान की कप्तानी पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम कर रहे थे।
Shaoib Akhtar ने बेईमानी से किया सचिन को आउट
भारतीय टीम को इस टेस्ट मैच कि चौथी पारी में जीत के लिए 279 रनों का लक्ष्य मिला था। इस पारी में भारतीय टीम की स्थिति गंभीर होती जा रही थी। क्योंकि लगातार विकेट गिर रहे थे, लेकिन भारतीय समर्थकों की उम्मीद बन कर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) क्रीज पर जमे हुए थे। लेकिन भारत की पारी के 43वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ कि ये तारीख भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबलों के इतिहास में जीवित हो गई है।
क्योंकि 43वें ओवर में सचिन तेंदुलकर सिर्फ 9 रन के स्कोर पर विवादास्पद तरीके से रन आउट हो गए थे और इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) थे। क्योंकि जब सचिन रण पूरा करने के लिए भाग रहे थे तो शोएब (Shoaib Akhtar) कथित तौर पर जानबूझ कर सचिन के रास्ते में आ आ गए थे। जिसके कारण सचिन अपनी क्रीज पर नहीं पहुंच पाए और रन आउट हो गए।
Sachin Tendulkar ने करवाया दंगा शांत
शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) का ये रवैया मैदान पर लगे कैमरों में कैद हो गया और बार-बार रिप्ले में इस घटना को देख कर ईडन गार्डन्स पर मौजूद सभी दर्शक आग बबूला हो गए। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को इस बेमानी से आउट करने पर स्टेडियम में मौजूद लोगों की भीड़ ने मैदान पर हंगामा करना शुरू कर दिया।
इसके बाद तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया और सचिन (Sachin Tendulkar) ने पुलिस के साथ मिलकर दर्शकों से शांति बनाने की अपील की। लेकिन इसके बाद भी बवाल पूरे तरीके से शांत नहीं हुआ। टेस्ट मैच के अंतिम दिन मैच शुरू हुआ, लेकिन भारत को इस मुकाबले में 46 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।