क्रिकेट जगत और पूरी दुनिया को शुक्रवार शाम, तब झटका लगा जब ये खबर सामने आई कि शेन वॉर्न (Shane Warne) का हार्ट अटैक के चलते निधन हो गया. 4 मार्च को आई इस खबर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. ये लोगों के लिए ऐसी क्षति थी जो अपनी जैसी लग रही थी. ये दुखद खबर ऐसे शख्स के बारे में थी जिसने लंबे वक्त तक अपनी उंगलियों के जादू से खुशियां बिखेरी थीं. ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) 52 साल की उम्र में अपने करोड़ों फैंस को हमेशा के लिए अलविदा कह गए.
खास शख्सियत के लिए जाने जाते थे दिवंगत क्रिकेटर
ये कहना बिल्कुल सही होगा कि दिवंगत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का अचानक चले जाना वैसा ही था, जैसे 1990 के दशक में अचानक सें उन्होंने एंट्री कर हर किसी को चौंका दिया था. वो सिर्फ एक चैंपियन गेंदबाज ही नहीं बल्कि कई पहलुओं वाली शख्सियत भी थे और उनमें से एक थी मैदान पर उनका जुझारूपन और विरोधियों के खिलाफ धारदार प्रदर्शन. इस खास रिपोर्ट में हम आपको उनसे संबंधित एक ऐसे ही किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं.
शेन वॉर्न (Shane Warne) ने 1992 में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था जो उनके शुरूआती करियर के लिए इतना खास नहीं था. उन्हें सिर्फ 1 ही विकेट हासिल हुए थे. लेकिन, इसके बाद भी उन्हें आगे मौके मिलते गए जिसे भुनाने में शेन वॉर्न कामयाब रहे. 1993 में अपने पहले ही एशेज टेस्ट की पहली ही गेंद ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ (Ball of The Century) डालकर उन्होंने पहचान बना ली थी.
अफ्रीकी माैदान पर ऐसी हरकत कर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कर दिया था शर्मसार
एक दौर ऐसा भी आया जब वो ऑस्ट्रेलियाई टीम के नियमित सदस्य बन गए. इसके बाद 1994 में वो पहली बार साउथ अफ्रीका दौरे पर पहुंचे. इस सीरीज का पहला मैच जोहानिसबर्ग में आयोजित हुआ था और यहीं से इस श्रृंखला में टकराव ने भी जन्म लिया. इसकी शुरूआत दिवंगत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर से ही हुई थी. साउथ अफ्रीका ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में सिर्फ 251 रन बनाए. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर ने शेन वॉर्न (Shane Warne) को 49वें ओवर तक गेंदबाजी नहीं दी और जब मौका मिला तो उनके खाते में सिर्फ एक विकेट आया.
ऐसा ही कुछ दूसरी पारी में भी देखने को मिला और उस वक्त साउथ अफ्रीकी टीम खास परिस्थिति में थी. उसने सिर्फ 1 विकेट खोकर 122 रन बना लिए थे और फिर 45वें ओवर में जाकर उन्हें गेंदबाजी दी गई. अपने ओवर की तीसरी ही गेंद पर उन्होंने हडसन को पैरों के पीछे से छकाते हुए बोल्ड कर दिया. इसके बाद उन्होंने ऐसी हरकत भी की जिसने हर किसी को हैरत में डाल दिया.
मारपीट तक पहुंच गई थी बात
दरअसल दिवंगत क्रिकेटर शेन वॉर्न (Shane Warne) सीधे हडसन की तरफ बढ़े और उन्हें पवेलियन की ओर लौटने के लिए कहते हुए अपशब्दों की बौछार कर दी और इसके बाद तो नौबत ऐसी आई ही मामला हाथा-पाई तक पहुंच वाला था. विजडन ने इसके बारे में बताते हुए लिखा कि क्रिकेट मैदान में कभी भी हिंसा की आशंका इतनी प्रबल नहीं लगी. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उन्हें इस हरकत को करने से रोका.
हालांकि ये मामला यहीं थमा और दौरे पर कई विवाद हुए जो ऐतिहासिक घटनाओं में हमेशा के लिए दर्ज हो गए. इस दौरे पर वो दिन भी देखने को मिला जब अगले ही टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बॉर्डर और साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाज ब्रायन मैकमिलन के बीच कहासुनी हुई. केपटाउन टेस्ट में दोनों खिलाड़ियों के बीच किसी बात को लेकर छिटाकसी हुई. इसके बाद मैदान पर जमकर स्लेजिंग हुई और एक-दूसरे के बीच जमकर गाली-गलौज भी हुई.
मैकमिलन ने जब बॉर्डर पर तान दी थी AK-47
क्रिकेट कंट्री में इस घटना के बारे में बताया गया है कि टी-ब्रेक के वक्त बॉर्डर खुद को तरो-ताजा कर रहे थे. उसी वक्त वहां मैकमिलन पहुंच गए. मैकमिलन ने वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मी से उसकी एके-47 राइफल मांगी और उसे सीधे बॉर्डर की ओर तान दिया. अपनी ओर राइफल तनी देखकर बॉर्डर के पसीने छूट गए. मैकमिलन ने बंदूक तानकर पूछा- अब कुछ कहना चाहते हो? खैर ये मामला यहीं पर शांत हो गया और साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों ने इसे मजाक बताते हुए हंसी में उड़ा दिया. जबकि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर के होश उड़ गए थे.