SAW vs AUSW: ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने टी20 विश्वकप 2023 के फाइनल मुकाबले (SAW vs AUSW) में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को रौंदकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। जहां बेथ मूनी की ताबड़तोड़ पारी के कारण कंगारुयों ने 157 रन का लक्ष्य निर्धारित किया। जिसका पीछा करते हुए लौरा वॉलवार्ड ने लड़ाकू पारी खेली, लेकिन वह अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सकीं। लिहाजा ऑस्ट्रेलिया ने 19 रन से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम की।
बेथ मूनी के बूते ऑस्ट्रेलिया ने बनाए 156 रन
टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। सलामी जोड़ी पावरप्ले का भरपूर फायदा नहीं उठा पाई। कंगारुयों को सबसे पहला झटका एलीसा हीली के रूप में 36 रन के संयुक्त स्कोर पर लगा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की ओर से एक बड़ा दांव खेला गया। जिसके तहत एशले गार्डनर को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया।
दूसरे छोर पर बेथ मूनी ने खूंटागाड़ कर अफ्रीकी गेंदबाजों को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया था। दोनों बल्लेबाजों के बीच 46 रन की साझेदारी हुई। जिसके बूते ऑस्ट्रेलिया की ओर से 156 रन का आंकड़ा पार किया गया। इस पारी की सबसे बड़ी नायिका बेथ मूनी रहीं, जिन्होंने टीम के आधे रन बनाते हुए 53 गेंदों के भीतर 74 रन अपने खाते में जोड़े। इस दौरान उनके बल्ले से 9 चौके और 1 छक्का निकला।
SAW vs AUSW: पहले 10 ओवर संघर्ष करती रही दक्षिण अफ्रीका
वहीं इस लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी फंसी हुई नजर आ रही थी। 5 ओवर के खेल में टीम संयुक्त रूप में सिर्फ 17 रन ही बना पाई। जिसमें उन्होंने सेमीफाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ताजमिन ब्रिटस का विकेट भी गंवा दिया था। तीसरे नंबर पर आईं मरीजाने कैप की वजह से पारी में स्थिरता तो आई लेकिन दूसरे छोर से लौरा वॉलवार्ड तेज गति से रन बनाने के लिए पूरी तरह से संघर्ष कर रही थी। गिरते-पड़ते अफ्रीका की पारी रफ्तार पकड़ ही रही थी कि 46 के बाद 9 रन के भीतर सुन लूस और मरीजाने कैप के रूप में 2 विकेट गिर गए।
लौरा वॉलवार्ड की पारी नहीं आई काम, ऑस्ट्रेलिया ने जीता 6वां टी20 वर्ल्ड कप
लगातार 9 विकेट खोने के बाद दक्षिण अफ्रीका लगातार पिछड़ती हुई जा रही थी। एक मात्र सेट बल्लेबाज लौरा वॉलवार्ड भी तेज गति से रन नहीं बना रही थी। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के लिए 13वां ओवर वरदान बनकर आया, जिसमें ताहिला मैकग्रा की ओर से 2 नो-बॉल डाली गई, जिसके बूते प्रोटियाज को 14 रन प्राप्त हुए। इसके बाद लौरा ने अलग ही रूप धारण कर लिया।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों को अपने कंधों पर उठाते हुए 48 गेंदों में 61 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल। लेकिन उनकी यह पारी भी जीत दिलाने के लिए काफी नहीं थी। क्योंकि लौरा का विकेट जाने के बाद प्रोटियाज का कोई भी बल्लेबाज असरदार पारी खेलने में कामयाब नहीं हुआ। लिहाजा पूरी टीम संयुक्त रूप से 137 रन ही बना सकी।
इस बीच दक्षिण अफ्रीका को लौरा का विकेट गंवाना भारी पड़ा, वहीं इसके अलगे 2 ओवर में उन्होंने 3 विकेट गंवा दिए। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की जीत लगभग तय हो गई। यह कंगारू टीम की 6वीं टी20 विश्वकप की ट्रॉफी है।