भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने टेस्ट फॉर्मेट के मध्यक्रम को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले मिली करारी शिकस्त के बाद मिडिल ऑर्डर के खिलाफ को भी आलोचना ता सामना करना पड़ा है. ऐसे में कुछ दिग्गज खिलाड़ियों की जगह युवा बल्लेबाजों तो मौका देने की बात कही जा रही है. इसी बीच टीम के पूर्व कोच ने एक बड़ा सुझाव दिया है.
पूर्व बल्लेबाजी कोच ने मध्यक्रम को लेकर दिया बड़ा सुझाव
दरअसल संजय बांगर (Sanjay Bangar) का कहना है कि, भारतीय टीम प्रबंधन करुण नायर (Karun Nair) पर थोड़ा सख्त थी. जिन्हें केवल एक या दो टेस्ट मैचों में औसत प्रदर्शन के आधार पर टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. लेकिन, उनका मानना है कि इस खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह दी जा सकती है. कर्नाटक की ओर से घरेलू क्रिकेट में बल्लेबाजी करने वाले करूण नायर ने साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में अपने तीसरे टेस्ट मेैच में ही तिहरा शतक जड़ दिया था.
वीरेंद्र सहवाग के बाद वो भारतीय टीम के दूसरे खिलाड़ी थे जिन्होंने तिहरा शतक जमाया था. क्रिकेट के इतिहास में केवल तीसरे व्यक्ति ने पहले टेस्ट टन को ट्रिपल में बदल दिया था. इस बारे में बात करते हुए संजय बांगर ने कहा कि, करुण नायर को अपने 'समग्र प्रथम श्रेणी नंबर' की वजह से टेस्ट क्रिकेट में टीम में जगह बनाने का मौका मिल सकता है. इस सिलसिले में एक वेबसाइट से बातचीत करते हुए कहा कि,
"एक खिलाड़ी जो मिडिल क्रम में बल्लेबाजी की रेस में है. वो कोई और नहीं बल्कि करुण नायर हो सकते हैं क्योंकि उसका टेस्ट मैच रिकॉर्ड और प्रथम श्रेणी में ओवरऑल नम्बर्स भी है. उन्हें 1 या 2 टेस्ट में औसत प्रदर्शन की वजह से नजरअंदाज कर दिया गया था".
हनुमा विहारी और रहाणे को लेकर कही ये बड़ी बात
इस सिलसिले में आगे बातचीत करते हुए संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने हनुमा विहारी की भी काफी तारीफ की. उन्होंने इस बारे में कहा कि,
'विहारी का अतीत में बेहतरीन खेल की वजह से एक अच्छा निवेश रहा है. हाल ही में सिडनी (2021) टेस्ट को ड्रॉ कराने में उनकी भी काफी ज्यादा कोशिश रही है. वो काफी शानदार बल्लेबाज हैं'.
आगे संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने भारतीय टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya rahane) को लेकर कहा कि,
"अजिंक्य ने हमेशा शानदार प्रदर्शन किया है. जब भारत ने विदेश में एक टेस्ट सीरीज जीती है. यहां तक कि, वो खुद को एक बड़ी श्रृंखला बनाना चाहते हैं जो उन्हें अपने करियर में अभी तक नहीं मिला है. वह खेल के विचारक के अलावा एक उत्सुक छात्र और बहुत ही प्रेरित खिलाड़ी रहा है. मुझे उम्मीद है कि भविष्य में वह पूरी श्रृंखला में भारी स्कोर कर सकता है और उसके लिए चीजें वहां से बेहतर हो सकती हैं".