साई सुदर्शन: चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2023 का फाइनल मैच जीत लिया है। सीएसके ने यह मैच डीएलएस मेथड के जरिये 5 विकेट से जीता । वह खिलाड़ी जिसने आईपीएल फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को सबसे ज्यादा परेशान किया। वह चेन्नई से आने वाले साईं सुदर्शन थे। साई सुदर्शन ने आईपीएल 2023 के फाइनल में चेन्नई के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली थी।
उन्होंने सीएसके के खिलाफ 204 की स्ट्राइक रेट से 96 रन की पारी खेली थी। साईं सुदर्शन के इस प्रदर्शन की वजह से हर जगह उनकी चर्चा हो रही है। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कौन हैं साईं सुदर्शन, जो धोनी की टीम को फाइनल में पैल कर सुपरस्टार खिलाड़ी बने।
केन विलियमसन के बाहर होने के बाद साई सुदर्शन को मिला मौका
आपको बता दें कि गुजरात टाइटंस ने पिछले साल आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में साईं सुदर्शन को 20 लाख रुपये में खरीदा था। सुदर्शन ने पिछले सीजन में गुजरात टाइटंस के लिए डेब्यू किया था। आईपीएल में अब तक 13 मैच खेल चुके हैं। पिछले सीजन में उन्हें सिर्फ पांच मैचों में मौका मिला था।
लेकिन इस सीजन में केन विलियमसन के आईपीएल से बाहर होने के बाद साई को मौका मिला। उन्होंने इस मौके को दोनों हाथों से लपका। इस सीजन में उन्होंने आठ मैचों में 141 की स्ट्राइक रेट से 362 रन बनाए। साईं सुदर्शन के क्रिकेटर बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प रही है।
उनके पिता नहीं चाहते थे कि साईं सुदर्शन क्रिकेटर बनें
साईं सुदर्शन के पिता भारद्वाज आर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वह नहीं चाहते थे कि साईं क्रिकेटर बने। वह चाहते थे कि साईं उनकी तरह धावक बने। साईं के पिता भारद्वाज आर ने एक इंटरव्यू में कहा, "मैं स्प्रिंटर था। मैंने साउथ एशियन गेम्स में देश के लिए मेडल जीता था। मैं चाहता था कि सुदर्शन भी एथलीट बने। मैं उसे ट्रेनिंग देता था। स्कूल में उसने पदक जीते। मैं नहीं चाहता था कि वह एक क्रिकेटर बने। मेरे बड़े भाई, जिसने मैडल स्तर पर क्रिकेट खेला था, वह चाहता था कि वह एक क्रिकेटर बने।
साई का घरेलू क्रिकेट में लाजवाब प्रदर्शन
साई अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए नहीं खेले हैं। लेकिन उनका घरेलू क्रिकेट करियर शानदार रहा है. इसलिए तमिलनाडु के क्रिकेट प्रेमी इस नाम से अपरिचित नहीं हैं। चार साल पहले वीनू मांकड़ टूर्नामेंट में साईं सुदर्शन ने दो शतक लगाए थे। 21 वर्षीय साई सुदर्शन ने साल 2020 में प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया था। उन्होंने 7 प्रथम श्रेणी मैचों में 46.77 की औसत से 572 रन बनाए, 11 लिस्ट-ए मैचों में 664 रन बनाए और 25 मैचों में 763 रन बनाए। टी20 मैच।