विश्व टेस्ट चैंपियन (WTC) बनने का सपना सिर्फ टीम इंडिया (Team India) का नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) समेत भारतीय टीम के हर दिग्गज और पूरे देश की चाहत थी. जिसका इंतजार बीते दो साल से हो रहा था. इस सफर में कई बड़े उतार-चढ़ाव आए. लेकिन हर परिस्थिति में टीम ने खुद बेस्ट साबित किया. लेकिन आखिर में ऐतिहासिक मुकाबले में जीत से चूक गई. 2 साल की कठिन परीक्षा में भारत ने सबसे अधिक 12 टेस्ट मैच जीत थे. इसके बाद भी आखिरी मैच हार गई. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप बनने का सफर यहीं पर खत्म हो गया.
WTC में कहां हुई टीम से बड़ी गलती
विराट कोहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने के मामले में फिर से अनलकी साबित हुए. ऐसा लगातार तीसरी बार हुआ है, जब भारतीय टीम मौजूदा कप्तान के नेतृत्व में इस ट्रॉफी के करीब पहुंचकर जीत से एक कदम दूर रह गई है. साल 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में कीवी टीम से ही भारत को शिकस्त मिली थी. इससे पहले 2017 में भी विराट की कप्तानी में टीम इंडिया चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच को पाकिस्तान से हार बैठी थी.
ऐसे में अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) ने इस शिकस्त के पीछे की वजह का खुलासा किया है. साथ ही उन्होंने बताया कि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इस फाइनल मुकाबले में टीम से कहां पर गलती हुई है. इस ऐतिहासिक मुकाबले के खत्म होने के बाद पूर्व क्रिकेटर ने पहले ट्वीट कर इस खिताब को जीतने के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को बधाई दी है.
सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) ने बताया हार का ये कारण
उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर से ट्वीट करते हुए लिखा कि,
"आप फाइनल में बेहतर टीम की तरह खेले. टीम इंडिया जरूर अपने प्रदर्शन से निराश होगी. मैंने पहले ही कहा था कि आखिरी दिन पहले 10 ओवर महत्वपूर्ण होंगे. मैच का रुख पहले सेशन से ही तय हो गया था और भारत ने कोहली और पुजारा दोनों के विकेट 10 गेंद के भीतर ही गंवा दिए. इसी कारण से टीम पर दबाव बढ़ गया था".
सचिन तेंदुलकर (Sachin tendulkar) के इस बयान से एक बात स्पष्ट होती है, टीम के हार सबसे बड़ा कारण टीम का मध्यक्रम और टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों का फेल होना रहा है. रिजर्व डे के दिन भारत ने सबसे पहले कप्तान कोहली और पुजारा का विकेट खोया. इसके बाद भी पारी संभल सकती थी. लेकिन, उप-कप्तान भी नहीं चल सके. जिसका नतीजा ये हुआ कि, टीम पूरी तरह से फेल रही.
WTC के खिताब पर न्यूजीलैंड ने किया कब्जा
छठा दिन गेंदबाजी और बल्लेबाजी के तौर पर न्यूजीलैंड के नाम रहा. आखिरी दिन टीम इंडिया ने 64 रन पर दो विकेट के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था. लेकिन पारी 170 रन पर सिमट गई थी. भारत की ओर से एक भी बल्लेबाज ने अर्धशतकीय पारी नहीं खेली. सबसे ज्यादा रन (41) सिर्फ पंत के बल्ले से निकला था. 139 रन के मिले लक्ष्य को न्यूजीलैंड ने आसानी से हासिल किया और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतकर ले गई.