क्रिकेट के भगवन कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने दुनिया के हर एक कौने में जाकर रन बनाए हैं. वह कई गेंदबाज़ों के उस समय नाइटमेयर भी रह चुके हैं. सचिन मैदान पर अच्छी बल्लेबाज़ी करने के साथ-साथ बेहतरीन गेंदबाज़ी और फील्डिंग के लिए भी जाने जाते थे. वह ओवरॉल एक कमाल के खिलाड़ी थे.
साथ ही वह कभी बिमानी करते हुए भी फील्ड पर नहीं दिखाई दिए. वह अगर आउट होते थे, तो अंपायर द्वारा फैसला सुनाने से पहले ही क्रिस छोड़कर जाने लगते थे. ऐसे में एक बार भारत और पाक के मैच में दंगे भी हो गए थे, जिसको सचिन (Sachin Tendulkar) ने रुकवाने की बखूबी कोशिश की थी.
1999 में बना था भारत और पाकिस्तान के मैच के बीच दंगो का माहौल
1999 में 19 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच एशियन टेस्ट चैंपियनशिप का मुकाबला कोलकाता के खूबसूरत मैदान ईडन गार्डेन्स पर खेला जा रहा था. जिसमें दर्शक अच्छी तादात में मौजूद थे. जिसमें दंगे जैसा माहौल बन गया था. वह मुकाबला एशियन टेस्ट चैंपियनशिप का पहला ही मुकाबला था और मेहमान टीम की कमान उन दिनों वसीम अकरम के हाथों में थी.
दरअसल, हुआ कुछ यूं था कि भारत को वो मुकाबला जीतने के लिए 279 रनों की दरकार थी. जिसके चलते मैच की चौथी और भारत की दूसरी पारी के 43वें ओवर में गॉड ऑफ़ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) 9 रन पर कॉन्ट्रोवर्शियल तरीके से रन ऑउट हो गए थे. जिसके बाद मैदान का ज़बरदस्त क्रिकेट का माहौल दंगों में तब्दील हो रहा था. दर्शक मैदान में प्लास्टिक की बॉटल और अन्य सामान फेंकते हुए नज़र आ रहे थे. माहौल उस समय ईडन गार्डेन्स में काफी गरमा गया था.
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) उस पारी में कुछ इस तरह से रन आउट हुए थे कि उनके क्रीज़ में पहुंचने से पहले ही शोएब अख्तर उनसे टकरा गए थे, जिसके चलते पाकिस्तान खिलाड़ियों द्वारा अपील करने पर उन्हें सचिन को ऑउट दे दिया गया था. लेकिन उस घटना के रिप्ले में साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा था कि शोएब अख्तर गलती से नहीं बल्कि जान कर सचिन से टकराए थे, जिसके कारण वह ऑउट हो गए थे.
यह बात ईडन गार्डेन्स में बैठे दर्शकों से हज़म नहीं हो रही थी और उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. दर्शक काफी गुस्से में आ गए थे और मैदान में सामान फेंकने लगे थे, मैदान में पूरा दंगो का माहौल बन गया था. लेकिन इस बीच सचिन तेंदुलकर इस पूरे विवाद को संभालने के लिए आगे आए.
Sachin Tendulkar और जगमोहन डालमिया ने दंगे रुकवाने की करी थी जी तोड़ कोशिश
जब मैदान का माहौल काफी ज़्यादा बिगड़ने लगा था तो, उस समय भारतीय टीम से सचिन तेंदुलकर और जगमोहन डालमिया आगे आए थे और उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर दर्शकों को शांत करने की भरपूर कोशिश की थी. सचिन तेंदुलकर और जगमोहन डालमिया (Jagmohan Dalmia) ने स्टेडियम में मौजूद पुलिस के साथ मिलकर दर्शकों से शांत होने की पूरी रिक्वेस्ट की थी. लेकिन इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. जिसके बाद मैच का अंतिम दिन खाली स्टेडियम में खेला गया था. ग़ौरतलब है कि भारत वो मुकाबला 46 रन से हार गया था.
इसके अलावा अगर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के टेस्ट करियर की बात करें तो, सचिन ने अपने टेस्ट करियर में कुल 200 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उन्होंने 53.8 की ज़बरदस्त औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 15,921 रन बनाए हैं. साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 68 अर्धशतक और 51 शतक भी जड़े हैं. वहीं उनका बेस्ट बैटिंग स्कोर अपने टेस्ट करियर में नाबाद 248 रन था.