IND vs SA: भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) एक विस्फोटक बल्लेबाज हैं. उन्हें किसी से कम नहीं आंका जा सकता है. उन्होंने यह बात साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे मुकाबले में सिद्ध करके दिखा दी है. गायकवाड़ ने तीसरे और अहम मुकाबले में 35 गेंदों में 57 रनों की तूफानी पारी खेली. वहीं इससे पहले उनकी खराब फॉर्म को लेकर जमकर आलोचना की गई. जिसपर गायकवाड़ ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है.
Ruturaj Gaikwad ने खेली तूफानी पारी
मंगलवार को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अहम मैच खेला गया. सीरीज बचाने के लिए हर हाल में टीम इंडिया को यह मैच जीतना था. जिसमें टीम इंडिया कामयाब रही. इस मुकाबले में सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने शानदार खेल दिखाया. उन्होने ईशान किशन के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 97 रन जोड़े. ऋतुराज गायकवाड़ ने 35 गेंदों में 57 रनों की विस्फोटक पारी खेल कर टीम को मजबूत प्रदान की.
गायकवाड़ ने खराब फॉर्म पर दी सफाई
ऋतुराज गायकवाड़ ने पिछले साल आईपाएल में जमकर रन बनाए थे. उन्होंने आईपीएल में अभी कुल 36 मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 1207 रन बनाए हैं. वहीं वह टी-20 इंटरनेशनल मैचों में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं. गायकवाड़ ने 6 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. जिसमें वह सिर्फ 120 रन ही बना पाए. जिसमें एक अर्धशतक मंगलवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ देखने को मिला. वहीं उन्होंने अपनी फॉर्म पर पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए कहा कि,
'यह खेल का हिस्सा है, इससे मैं परेशान नहीं हूं. पिछला साल मेरे लिए काफी अच्छा रहा था. इसलिए लोगों को ज्यादा उम्मीदें थी. इस साल आईपीएल काफी उतार-चढाब भरा रहा है. इस साल आईपीएल की पिच बल्लेबाजों के वजाए, गेंदबाजों के फेवर में ज्यादा थी. जहां बॉल बहुत टर्न हो रहा था. जिसके बावजूद हम कई अच्छे शॉट्स पर आउट हुए'
'मैंने कुछ भी नहीं बदाला'
टीम इंडिया के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने इस सीरीज में वापसी के संकेत दे दिए हैं. वह भले ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही सीरीज के पहले दोनों मुकाबले में 23 और 2 रन पर आउट हो गए हो. लेकिन, तीसरे मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी कर फॉर्म में आने के संकेत दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि,
'इस सीरीज के दोनों मैचों में विकेट थोड़ा कठिन था. जिसके चलते बल्लेबाजी करने में परेशानियां हुई, लेकिन यहां कि विकेट अच्छा था.बॉल सीधा बल्ले पर आ रही थी. इसलिए मैंने अपना गेम खेला. मैंने कुछ भी नहीं बदला है. मेरे सोचने की प्रक्रिया पहले जैसी ही है.'