भारतीय टीम ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की है। वहीं, इससे पहले टीम इंडिया ने आईसीसी टी-20 विश्वकप जीता है। हालांकि, उससे पहले वनडे विश्वकप में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। अब कप्तान रोहित (Rohit sharma) को हार का दर्द सबके सामने आया है। उन्होंने हार-जीत पर बात करते हुए टीम और उनकी मानसिकता पर बात की है। उन्होंने ये तक कहा दिया कि मान लो अगर जीत जाते तो...
रोहित बोले 'ऐसा कभी नहीं सुना, मान लो अगर जीत जाते..'
/cricket-addictor-hindi/media/media_files/2025/03/29/KAthCvYYT85bWBbXrwjL.png)
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit sharma) आईपीएल में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं। जहां पर पहले मैच में सीएसके के खिलाफ वो जीरो पर आउट हो गए थे। खिलाड़ी का एक इंटरव्यू मुंबई ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है। जिसमें रोहित शर्मा आईसीसी इवेंट्स को लेकर बात कर रहे हैं। रोहित शर्मा ने कहा कि
‘इस टीम ने तीन बड़े टूर्नामेंटों में जो हासिल किया है। इस तरह के टूर्नामेंट खेलना और बस एक मैच हारना और वह भी फाइनल (2023 वनडे विश्व कप)। सोचो कि अगर हम वह भी जीत जाते तो तीन आईसीसी टूर्नामेंटों में अपराजेय रहते। ऐसा कभी सुना ही नहीं है। 24 में से 23 मैच जीतना। बाहर से यह बहुत अच्छा लगता है लेकिन इस टीम ने काफी उतार चढाव देखे हैं। हमने कठिन समय भी देखा है लेकिन फिर आपको जश्न मनाने का मौका भी मिला। मेरा मानना है कि पिछले तीन टूर्नामेंट खेलने वाला हर खिलाड़ी सम्मान का हकदार है।’
खिलाड़ियों की मानसिकता पर क्या बोले रोहित
रोहित शर्मा (Rohit sharma) ने हार के बाद खिलाड़ियों की मनोस्तिथी पर भी बात की। इस वीडियो में उन्होंने टीम के खिलाड़ियों के मुश्किल दौर से गुजरने की भी बात की। उन्होंने कहा कि ‘ये उन सभी खिलाड़ियों के लिए है जो किसी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और निराशा में हैं, वे वापसी करना चाहते हैं और परिस्थितियां जो भी हो , बुलंदियां छूना चाहते हैं। हम घर पर सीरीज हार गए और ऑस्ट्रेलिया में अच्छा नहीं खेल सके। इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीती। पिछले नौ महीने इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि जीवन कैसा है। इसमें उतार चढाव हमेशा रहेंगे।’
हिटमैन (Rohit sharma) ने बताया कि मानसिकता में बदलाव साल 2022 से शुरू हुआ था। जब टीम ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप सेमीफाइनल हार गई थी। रोहित शर्मा ने कहा कि ‘उसके बाद से हमने खिलाड़ियों को साफ बता दिया कि उनसे क्या अपेक्षा की जाती है और हम उन्हें कैसे खेलते देखना चाहते हैं। इसके बाद स्पष्टता थी। खिलाड़ियों से काफी बात की गई। उन्हें आजादी देने की जरूरत थी ताकि वे बेखौफ खेल सकें। हम कुछ सीरीज हारे लेकिन घबराए नहीं और प्रक्रिया पर कायम रहे।’
ये भी पढ़ें- क्रिकेटर से कैमरामैन बने रोहित शर्मा, मैच से पहले गुजरात टायटंस के दिग्गजों की ली तस्वीरें, मजेदार VIDEO वायरल