भारत-श्रीलंका (IND vs SL) के बीच खेले गए मोहाली टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में अपने नाम कर लिया है. ये हिटमैन के करियर का बतौर कप्तान पहली डेब्यू टेस्ट मैच था वहीं विराट कोहली के करियर का 100वां टेस्ट मुकाबला था. इस ऐतिहासिल मुकाबले में टीम इंडिया ने न सिर्फ इनिंग और 222 रन से जीत हासिल की है. बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज किए हैं. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के साथ-साथ ये मैच भारतीय फैंस और पूरी टीम के के लिए बेहद खास और यादगार रहा है. तीसरे दिन ही मिली इस सानदार जीत के बाद कप्तान हिटमैन ने क्या कुछ कहा है. जानिए हमारे इस रिपोर्ट के जरिए...
भारत ने मोहाली टेस्ट में पारी और 222 रन से हासिल की जीत
दरअसल टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 8 विकेट के नुकसान पर 580 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा करते हुए पारी को घोषित कर दिया था. इस पारी में रवींद्र जडेजा का बल्ले से काफी शोनदार योगदान रहा. उन्होंने नाबाद 173 रन बनाए थे. वहीं दूसरा बड़ा योगदान ऋषभ पंत (96), अश्विन 61 और हनुमा विहारी ने 58 रन का योगदान दिया था. जबकि विराट कोहली ने 43 रन की पारी खेली थी.
भारतीय टीम ने इस मैच में एकतरफा जीत हासिल की. वहीं रवींद्र जडेजा का पूरे मुकाबले में जलवा बरकरार रहा. वो चाहे बल्लेबाजी में हो या फिर गेंदबाजी में हो. दोनों ही स्थिति में उन्होंने खुद को साबित किया. इस मैच में उन्होंने 9 विकेट झटके. जिसकी बदौलत टीम महज तीसरे दिन ही इस मैच को खत्म करने में कामयाब रही. वहीं इस जीत के साथ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) काफी खुश हैं और इसका अंदाजा उनके बयान से लगाया जा सकता है.
टीम की तारीफ करते हुए हिटमैन ने बताया क्यों जयंत को दी गई टीम में जगह
मोहाली टेस्ट में पारी और 222 रन से मिली जबरदस्त जीत के बाद मैच प्रजेंटेशन पर बात करते हुए रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा,
"यह एक अच्छी शुरुआत थी. हमारे नजरिए से यह क्रिकेट का शानदार खेल था. हमारे खिलाड़ियों ने बिल्कुल हमारे प्लान के मुताबिक खेल रहे थे. मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह उस तरह का टेस्ट मैच होगा जो तीन दिन में खत्म हो जाएगा. बल्लेबाजी करने के लिए यह एक अच्छा विकेट था लेकिन, सारा श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है कि उन्होंने विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को बांधे रखा और निरंतर अंतराल पर विकेट चटकाए."
जडेजा की सहमति से घोषित की थी पारी
आगे गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कप्तान ने कहा,
"इस मैच में जिस तरह से अश्विन और जडेजा ने रिकॉर्ड बनाए हैं वह भारतीय क्रिकेट के लिए बढ़िया संदेश है. भारतीय पिचों पर आपको जडेजा और अश्विन काफी विकेट लेकर देते हैं. लेकिन, टीम में जंयत जैसे गेंदबाज का होना भी जरूरी है. क्योंकि जब यह दोनों गेंदबाज नहीं होंगे तो टीम के लिए कौन सा खिलाड़ी सामने आकर उस तरीके की गेंदबाजी करेगा. कल पारी घोषित होने के बाद काफी चर्चा हुई कि क्या वह सही समय था? यह एक टीम के द्वारा फैसला लिया गया था और इसमें जाडेजा का भी मत लिया गया था."