Rohit Sharma: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा इस समय खराब फॉर्म में हैं। रेड बॉल क्रिकेट में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक है। उनका प्रदर्शन इतना खराब है कि उन्हें भारतीय टीम से बाहर करने की मांग उठ रही है। लेकिन एक तरफ जहां रोहित का रेड बॉल क्रिकेट में प्रदर्शन इस समय खराब है, वहीं दूसरी तरफ उनकी रणजी ट्रॉफी पारी चर्चा में आ रही है, जिसमें उन्होंने गेंदबाजों को भूत बनाकर तिहरा शतक जड़ दिया। उनकी इस पारी से पता चलता है कि उन्हें भारत का हिटमैन क्यों कहा जाता है। आइए सबसे पहले आपको उनकी पारी के बारे में बताते हैं
Rohit Sharma ने जड़ा तिहरा शतक
मालूम हो कि देश में इस समय रणजी ट्रॉफी के मैच चल रहे हैं। लेकिन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की तिहरा शतकीय पारी वायरल हो रही है। वो, मौजूदा सीजन की नहीं बल्कि 2009 की है, जब वो युवा खिलाड़ी थे। आपको बता दें कि गुजरात और मुंबई के बीच 2009-2010 के सुपर लीग मैच में हिटमैन ने तिहरा शतक जड़ा था। घरेलू मैदान पर खेली गई उनकी विध्वंसक पारी ने गुजरात के गेंदबाजों को पागल कर दिया था। गुजरात के खिलाफ खेलते हुए भारतीय कप्तान ने 309 रन बनाकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा ।
309 रन की विध्वंसक पारी खेली
युवा और धाकड़ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) पिच पर उतरे और 95.96 की शानदार स्ट्राइक रेट बनाए रखते हुए 309 रन बनाए। भारतीय ओपनर ने 38 चौके और चार छक्के लगाए। वे पहली पारी में नाबाद रहे और अपनी टीम को 648 रनों के कुल स्कोर तक ले गए। रोहित के अलावा सुशांत मराठे ने 323 गेंदों में 144 रन बनाए।
लेकिन उनकी पारी भारतीय कप्तान की विध्वंसक पारी के आगे पूरी तरह से फीकी पड़ गई। इस मैच का नतीजा ड्रॉ रहा क्योंकि गुजरात पार्थिव पटेल और भाविक ठाकर के शतकों की बदौलत अच्छी वापसी करने में सफल रहा। लेकिन युवा रोहित ने विध्वंसक पारी खेली और भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर अपना दबदबा बनाने के संकेत दिए।
घरेलू क्रिकेट में रोहित का शानदार प्रदर्शन
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने घरेलू क्रिकेट में गुजरात के खिलाफ 309 रन बनाए जो उनका सर्वोच्च स्कोर था। अगर उनके पूरे प्रथम श्रेणी करियर की बात करें तो उन्होंने 125 मैच खेले जिसमें उन्होंने 9256 रन बनाए। साथ ही उनके बल्ले से 28 शतक निकले हैं।
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