रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहला टी-20 मैच 6 विकेट से जीत लिया. लेकिन, ताबड़तोड़ शुरूआत मिलने के बाद भी इस जीत के लिए भारतीय टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा. ये जीत टीम इंडिया के लिए इतनी आसान नहीं रही. बैक टू बैक विकेट खोने के बाद एक ऐसा समय भी आया था जब वेस्टइंडीज टीम ने भारत पर दबाव बनाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था और लगभग उसे अंजाम भी दे चुकी थी. आखिर में जिस तरह से मैच की फिनिशिंग हुई वो बेहद शानदार रहा. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने जिस फिनिशर को लेकर सीरीज से पहले ही संकेत दिए थे वो कहीं न कहीं अब सच होता नजर आ रहा है.
क्या फिनिशर के तौर पर खत्म होती दिख रही है भारतीय टीम की तलाश?
दरअसल पहले टी-20 मैच में यूं तो 6 विकेट से भारत ने विंडीज टीम को हरा दिया था. लेकिन, मैच में वो समय भी आया था जब विरोधी टीम हावी हो रही थी. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और ईशान ने पहले विकेट के लिए 7.3 ओवर में 64 रन की साझेदारी की थी. लेकिन, इसके बाद टीम इंडिया ने लगातार 4 विकेट गंवाए. महज 50 रन के अंदर भारत को 4 झटके लग चुके थे. इसके बाद टीम इंडिया काफी दबाव में नजर आई.
लेकिन, सूर्यकुमार यादव ने वेंकटेश अय्यर के साथ 5वें विकेट के लिए 48 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी की. दोनों न सिर्फ अपनी अटैकिंग बल्लेबाजी का उदाहरण पेश किया. बल्कि मैच फिनिश कर भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई. ये कहना बिल्कुल सही होगा कि सूर्या को फिनिशर टैग पसंद है. वो नाबाद रहते हुए गेम को खत्म करना चाहते हैं. स्टार बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में दूसरी बार बतौर फिनिशर अपनी छाप छोड़ी है और अब वो नए खिलाड़ियों के साथ भी साझेदारी करना सीख रहे हैं.
अपनी बल्लेबाजी प्रदर्शन को लेकर सूर्या ने कही थी खास बात
दिलचस्प बात तो ये है कि सूर्या में एक और बदलाव देखने मिला है. वो अपनी अटैकिंग अंदाज के साथ अब परिस्थितियों के हिसाब से भी बल्लेबाजी करना सीख रहे हैं. यही वजह है कि कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भी उन पर बार-बार भरोसा जता रहे हैं. बात करें पहले वनडे की तो उस मुकाबले में उन्होंने दीपक हुड्डा के साथ मिलकर खत्म किया था और अब उन्होंने बुद्धवार को पहले टी-20 मैच में वेंकटेश अय्यर के साथ मिलकर नाबाद 34 (18) रन पारी खली. वहीं अय्यर ने नाबाद 13 गेंदों में 24 रन ठोके.
सूर्यकुमार यादव ने पहले टी-20 मैच में 6 विकेट से मिली शानदार जीत के बाद रिपोर्टर से बातचीत करते हुए कहा,
"मुझे लगता है कि जब वह बल्लेबाजी के लिए आए तो उन्होंने सीधे एक चौका लगाया. मुझे लगा कि अच्छी साझेदारी करने और खेल खत्म करने के लिए यह सही मंच है. मुझे लगता है कि मेरे लिए अंत तक रहना महत्वपूर्ण था. मैं पहले भी इस स्थिति में रहा हूं, और जब भी मैं 20-25 रन पीछे छोड़कर आउट हुआ तो होटल वापस जाने के बाद मुझे बुरा लगा. आज रात स्थिति बिल्कुल सही थी.''
सीरीज के आगाज से पहले ही फिनिशर की भूमिका को लेकर कप्तान ने स्पष्ट किया था अपना पक्ष
आपको याद दिला दें कि विंडीज के खिलाफ सीरीज के आगाज से पहले ही कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा था कि टीम को पूर्व कप्तान एमएस धोनी के संन्यास के बाद कोई फिनिशर नहीं मिला है और अगले साल होने वाले वनडे से पहले उन्हें एक 'फिनिशर' मिलने की उम्मीद है. इस दौरान जब उनसे 'फिनिशर' की भूमिका- खासकर बल्लेबाजी क्रम में छठे और 7वें स्थान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने माना कि हार्दिक पंड्या और रविंद्र जडेजा के अलावा और 'बैक-अप' तैयार करने की जरूरत है.
भारतीय कप्तान ने पहले वनडे मैच के पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि,
''वनडे में फिनिशर की भूमिका काफी अहम है लेकिन, एमएस धोनी के संन्यास के बाद से हमें कोई नहीं मिला है जो इस भूमिका में फिट हो सके. हमने हार्दिक को आजमाया, यहां तक जडेजा भी खेले लेकिन, हमें इस स्थान के लिए और 'बैक-अप' तैयार करने की जरूरत है. इस सीरीज में जिन खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है, उम्मीद करते हैं कि वे इन मौकों का फायदा उठाएंगे और टीम में अपनी जगह पक्की करेंगे.''
सूर्यकुमार के तौर पर खत्म होती दिख रही है फिनिशर की तलाश
वहीं बात करें तो सूर्यकुमार यादव की तो उन्होंने बीते कुछ मैचों में बतौर फिनिशर खुद को साबित किया है. ऐसे में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए फिनिशर की तलाश खत्म होती हुई दिखाई दे रही है. क्योंकि सूर्यकुमार यादव को मैच को अंत तक ले जाना पसंद है और फिर टीम को कठिन परिस्थितियों में जीत दिलाना और भी ज्यादा पसंद है. जैसा कि वो कर भी चुके हैं.