Rohit Sharma: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का अंतिम मुकाबले का बीते सोमवार को खेल का अंतिम दिन खेला गया। यह मुकाबला बिना किसी नतीजे के ड्रॉ पर खत्म हुआ। लेकिन, इसके बावजूद भी टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पर 2-1 से कब्जा जमाया।
इस सीरीज को जीतने के साथ ही टीम इंडिया ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है। इसी बीच भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से मैच के बाद मोहम्मद शमी को जबरदस्ती जय श्री राम बोले जाने वाले मामले को लेकर एक सवाल पूछा गया। जिसपर उन्होंने बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
शमी के विवाद को लेकर Rohit Sharma ने दी सफाई
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने मैदान पर चौथे मुकाबले की पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। हालांकि, उन्होंने नागपुर में खेले गए सीरीज के पहले मुकाबले में शतक जड़कर टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई थी। लेकिन, इसके बाद वह एक भी मैच में अपने बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके। लेकिन, उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम तो कर ही ली, साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी जगह बना ली है।
इसी श्रृंखला के चौथे टेस्ट मैच में मोहम्मद शमी का एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। जिसमें फैंस उनसे जय श्री राम बोलने की मांग कर थे। अब इसी वीडियो के सिलसिले में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से मीडिया कर्मियों ने रूबरू होते हुए एक सवाल पूछा था। जिस पर हिटमैन ने जवाब देते हुए कहा, "मुझे शमी के सामने जय श्री राम के नारों के बारे में बिल्कुल पता नहीं है. मैं तो ये पहली बार सुन रहा हूं।"
आखिर क्या था विवाद ?
दरअसल, चौथे टेस्ट की पहली पारी में खेल के दूसरे दिन टीम इंडिया लंच करने के बाद मैदान पर मोर्चा संभालने के लिए एकत्रित हुई थी। इसी दौरान मैच देखने आए दर्शक सूर्या-सूर्या नाम के नारे लगा रहे थे। तभी सूर्या ने हाथ जोड़ कर उनका अभिवादन भी स्वीकार किया।
इसी बीच मोहम्मद शमी सूर्या के जाने के तुरंत बाद आ गए। फिर क्या था। फैंस ने उनके सामने जोर-जोर से जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए। वहीं फैंस शमी से भी जय श्री राम बोलने की मांग करने लगे। इसके बाद उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ था।
शमी की सीरीज में शानदार गेंदबाजी
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पहले और दूसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजो को स्पिन पिच पर जमकर परेशान किया था। वहीं उन्होंने इस दौरान कई खिलाड़ियों को क्लीन बोल्ड भी किया था। हालांकि, इसके बाद उन्हें तीसरे मुकाबले में आराम दे दिया गया था।
उनके स्थान पर तेज गेंदबाज उमेश यादव को टीम इंडिया में खेलने का मौका दिया गया था। लेकिन, भारत इस मुकाबले को 9 विकेट से हार गया था। वहीं इसके बाद चौथे मुकाबले में शमी ने शानदार वापसी की और मैच को ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने इस पूरी सीरीज के 3 मुकाबलो में कुल 9 विकेट झटके। उनकी गेंदबाजी के दम पर ही टीम इंडिया विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में प्रवेश करने में सफल रही।