ICC: भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा टेस्ट खेला जा रहा है. पहले बललेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने 353 रन बनाए हैं. दूसरे दिन लंच तक टीम इंडिया ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का विकेट खोकर 34 रन बनाए थे. लंच से पहले इंग्लैंड की पारी में कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी पर आईसीसी (ICC) के नियमों को उल्लंघन का आरोप लग रहा है. आईए जानते हैं पूरा मामला क्या है...
अंपायर भी इस खिलाड़ी के सामने हो जाते हैं बेबस
रांची टेस्ट के दूसरे दिन का खेल जब शुरु हुआ तो जो रुट और ओलि रॉबिनसन क्रीज पर टिके हुए थे. इन दोनों ने 8 वें विकेट के लिए 102 रन जोड़कर न सिर्फ भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया बल्कि अपनी टीम को मजबूत स्थिति में भी ले गए. पारी के 102 वें ओवर में कुलदीप यादव की चौथी गेंद जो रुट के बैट को छूते हुए स्लिप खड़े कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के पास चली गई. रोहित ने गेंद लपक तो लिया लेकिन वे संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने अंपायर को थर्ड अंपायर की तरफ से जाने का इशारा किया. अब रोहित के इस फैसले को लेकर ICC के नियम का उल्लंघन माना जाने लगा है.
सोशल मीडिया पर सवाल
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) द्वारा अंपायर को तीसरे अंपायर की तरफ से जाने के इशारे को सोशल मीडिया पर आईसीसी (ICC) के नियम को तोड़ने के रुप में देखा जा रहा है. यूजर्स का कहना है कि कोई भी खिलाड़ी अंपायर को ये आदेश नहीं दे सकता कि वो किसी फैसले पर पहुँचने के लिए तीसरे अंपायर की सलाह ले. ये फैसला अंपायर खुद करता है.
हालांकि रोहित के इस फैसले के सकारात्मक पक्ष को भी देखा जाना चाहिए. रोहित ने वो कैच सही तरीके से नहीं लपका था. फिर भी वे चाहते तो अंपायर से आउट की अपील कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और अंपायर से आउट की अपील के बजाए थर्ड अंपायर से श्योर होने को कहा ताकि बल्लेबाज कहीं गलत आउट न करार दिया जाए. इस घटना को रोहित की इमानदारी के रुप में भी देखा जाना चाहिए.
इस खिलाड़ी पर भी लगते हैं ICC नियमों को तोड़ने के आरोप
सिर्फ रोहित शर्मा ही नहीं बल्कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) पर भी अंपायर को फैसले लेने या बदलने के लिए मजबूर करने वाले खिलाड़ी के रुप में माना जाता है. याद कीजिए भारत और पाकिस्तान के बीच मेलबर्न में टी 20 विश्व कप 2022 के दौरान खेला गया मुकाबला.
मैच के आखिरी ओवर में मोहम्मद नवाज की एक गेंद पर विराट कोहली ने छक्का लगाया था लेकिन वो गेंद कमर के उपर थी और अंपायर ने उसे नो बॉल करार नहीं दिया था. कोहली ने नो बॉल की अपील की और उस गेंद को नो बॉल करार दी गई. इसे आईसीसी (ICC) के नियमों को तोड़ने के रुप में देखा गया. लेकिन ये बल्लेबाज का हक था और फैसला कोहली और भारत के हक में रहा.
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