भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रोजर बिन्नी (Roger Binny) ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला है। यह जिम्मेदारी मिलने के बाद ही उन्होंने ताबड़तोड़ फैसले लेना भी शुरू कर दिया है। रोजर ने सबसे पहले लगातार चोटिल हो रहे खिलाड़ियों और भारत में पिच की स्थिति को लेकर एक बयान जारी किया था। इसी कड़ी में अब उन्होंने टीम इंडिया की कार्यभार की नीति के ऊपर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक हालिया इंटरव्यू में इंटरनेशनल खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट को तवज्जो देने की बात का जिक्र किया है।
Roger Binny जल्द ही रणजी ट्रॉफी के हक में लेंगे फैसला
रोजर बिन्नी (Roger Binny) के बीसीसीआई में कदम रखने के बाद से ही काफी हलचल हुई है। 18 अक्टूबर को उन्हें भारतीय क्रिकेट बोर्ड की AGM यानि सालाना मीटिंगे में बीसीसीआई का 36वां अध्यक्ष चुना गया है। रोजर इससे पहले कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के साथ जुड़े हुए थे। लिहाजा उन्हें कार्यपालिका का भरपूरी अनुभव है।
अब बीसीसीआई की बागडोर संभालते ही उन्होंने इंटरनेशनल खिलाड़ियों के घरेलू क्रिकेट से दूर होने का जिक्र करते हुए कहा कि आगामी दिनों में वह इस स्थिति को बेहतर करने की कोशिश करेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में रोजर बिन्नी (Roger Binny) ने कहा,
"मुझे रणजी ट्रॉफी की हालत पर दुख महसूस होता है, इंटरनेशनल क्रिकेट का टाइट शेड्यूल होने के चलते खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट की ओर झुकाव कम हो गया है। लेकिन हम अपने समय में इंटरनेशनल के साथ अपने राज्य और क्लब के लिए खेलने में भी भाग्यशाली महसूस करते थे। टी20 फॉर्मेट ने इस संकट को और बड़ा कर दिया है, ऐसे में हम दोबारा से टेस्ट क्रिकेट और रणजी की बेहतरी के लिए बड़ा फैसला करेंगे। ताकि खिलाड़ी इन्हें खेलने के लिए प्रोत्साहित रह सके।"
लगातार चोटिल हो रहे खिलाड़ियों पर भी बयान दे चुके हैं Roger Binny
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का अध्यक्ष पद संभालने के तुरंत बाद रोजर बिन्नी (Roger Binny) ने लगातार चोटिल हो रहे टीम इंडिया के खिलाड़ी और घरेलू क्रिकेट की पिचों को लेकर चिंता जताते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने इन मुद्दों पर वायदा करते अपने मुख्य प्लान में शामिल किया है। बीसीसीआई के नए अध्यक्ष (Roger Binny) ने पत्रकारों से कहा,
“हम खिलाड़ियों की चोटों को कम करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं उसमें सुधार करने का प्रयास करेंगे। खिलाड़ियों का लगातार चोटिल होना चिंता का विषय है और हम इस मामले की तह तक जाएंगे और देखेंगे कि चोटों को कैसे कम किया जा सकता है।”