भारतीय टीम के धाकड़ वीकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत (Rishabh Pant) चोटिल होने की वजह से क्रिकेट मैदान से दूर चल रहे हैं। पिछले साल के आखिरी में रुड़की जाते समय उनकी कार का भीषण एक्सीडेंट हो गया था, जिसके चलते उन्हें टीम से बाहर हैं। इसके बाद उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा और अब वह वापसी के लिए तैयारी कर रहे हैं।
लेकिन कहा जा रहा है कि टीम में कमबैक करते ही ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को नई जिम्मेदारियों से नवाजा जा सकता है। वो भारतीय टीम की कमान संभाल सकते हैं। वहीं, उनके कप्तान बनते ही कुछ खिलाड़ियों की किस्मत संवर जाएगी। इस आर्टिकल में हम आपको पांच ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अगर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ज्यादा से ज्यादा मौके देंगे तो वह टीम में अपनी जगह पक्की कर लेंगे।
Rishabh Pant के कप्तान बनते ही इन 5 खिलाड़ियों की खुलेगी किस्मत
सरफराज खान
25 वर्षीय मध्यक्रम के बल्लेबाज सरफराज खान ने पिछले साल खूब सुर्खियों बटोरी थी। रणजी ट्रॉफी में धुआंधार प्रदर्शन करने के बाद उनकी हर तरफ खूब वाहवाही हो रही थी। जिसकी वजह से सरफराज खान को आईपीएल के मंच पर प्रदर्शन करने का मौका मिला। लेकिन भारतीय टी20 लीग में वह पूरी तरह से फ्लॉप हुए। डेविड वॉर्नर की अगुवाई में युवा बल्लेबाज खुद को साबित करने में नाकाम रहा।
हालांकि, ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के कप्तान बनने से उनकी राष्ट्रीय टीम में एंट्री की उम्मीदें काफी बढ़ जाएंगी। सरफराज खान ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार मौका मिलने पर टीम में अपनी जगह पक्की करने की क्षमता रखते हैं। बता दें कि सरफराज खान ने 39 फर्स्ट क्लास में 3559 रन बनाए हैं। लिस्ट ए के 31 मुकाबलों में उनके नाम 538 रन दर्ज़ है, जबकि टी20 के 88 मैच खेलते हुए उन्होंने 1124 रन ठोके।
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अक्षर पटेल
अक्षर पटेल टीम इंडिया के उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो अपने दमदार प्रदर्शन से मैच का रुख बदलने का दम रखते हैं। 29 वर्षीय खिलाड़ी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी से भी टीम को मजबूती प्रदान करते हैं। इसके बावजूद अक्षर पटेल की भारतीय टीम में जगह पक्की नहीं हो सकी है। कप्तान द्वारा उन्हें मौके तो दिए जाते हैं, लेकिन वह अभी तक टीम में परमानेंट नहीं हो सके हैं। इसलिए उनकी आखिरी उम्मीद अब ऋषभ पंत (Rishabh Pant) हैं।
आईपीएल के मंच पर उन्होंने ऋषभ पंत के साथ कई सालों तक प्रदर्शन किया है और वह दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य खिलाड़ी हैं। लिहाजा, ऋषभ पंत के कप्तान बन जाने के बाद अक्षर पटेल नेशनल टीम में भी अपना अलग स्थान बना सकते हैं। बतौर गेंदबाज अक्षर पटेल का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 12 टेस्ट, 52 वनडे और 42 टी20 इंटरनेशनल मैच में क्रमशः 50 विकेट, 58 विकेट और 38 विकेट लिए हैं।
शार्दुल ठाकुर
दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल चुके शार्दुल ठाकुर के विस्फोटक प्रदर्शन से हर कोई अच्छी तरह से वाकिफ हैं। सीमित ओवर के क्रिकेट में उनका प्रदर्शन गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों से कमाल का रहा है। साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला कदम रखने वाले इस खिलाड़ी ने अब तक भारत के लिए 73 मैच ही खेले हैं।
रवींद्र जडेजा, हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन जैसे बल्लेबाजों की मौजूदगी की वजह से शार्दुल ठाकुर भारतीय टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं। कुछ मैचों में उन्हें मौका दिया जाता है और कुछ में नहीं। बड़ी से बड़ी टीम के सामने शार्दुल ठाकुर ने अपनी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी का जोर दिखाया है। टेस्ट क्रिकेट के 10 मैच में उन्होंने 30 सफलताएं हासिल की है। 38 वनडे मुकाबलों में उनके खाते में 58 विकेट हैं। टी20 के 25 मैच में उन्होंने 33 विकेट झटकाई है।
युजवेंद्र चहल
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के खास दोस्त युज़वेंद्र चहल का नाम भी इस सूची में शुमार है। 33 साल के इस दिग्गज स्पिनर की गेंदबाजी के लाखों दीवाने हैं। उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से सभी का दिल जीता है। इसके बावजूद टीम में अपना स्थान फिक्स नहीं कर पाए हैं। युजी अभी भी टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन ऋषभ पंत के कप्तान बनते ही उनका ये इंतजार खत्म हो जाएगा।
वह अपनी जिगरी दोस्त का करियर बचाने के लिए अन्य खिलाड़ियों की कुर्बानी देने में जरा-सा भी संकोच नहीं करेंगे। हालांकि, युजवेंद्र चहल भी टीम के प्रमुख खिलाड़ी बनने के हकदार हैं। क्योंकि उन्होंने कई बार भारत को हारे हुए मैच में जीत दिलाई है। युज़वेंद्र चहल ने 72 वनडे मैच में 121 विकेट और 78 टी20 मैच में 95 विकेट निकाली है।
मनीष पांडे
आईपीएल के मंच पर दमदार प्रदर्शन कर मनीष पांडे ने दर्शकों को अपना दीवाना बनाया। उन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से भारतीय चयनकर्ताओं को भी प्रभावित किया, जिसकी वजह से उनकी टीम में एंट्री हुई। लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उनकी बल्लेबाज़ी में वो चिंगारी देखने को नहीं मिली जिसकी उम्मीद सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने की थी। इसलिए कुछ मुकाबले खिलाने के बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया दिया।
एक समय था जब इस खिलाड़ी की तुलना विराट कोहली से की जाती थी और उन्हें उनका रिप्लेसमेंट माना जाता था। लेकिन पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाने की वजह से उनका क्रिकेट करियर छोटा ही रह गया। हालांकि, ऋषभ पंत के कप्तान बनने के बाद अपने पसंदीदा खिलाड़ी को मौका दें और टीम में उसकी जगह पक्की करें। बता दें कि मनीष इतिहास में सबसे पहले शतक जड़ने वाले भारतीय खिलाड़ी है।
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