ईरानी कप (Irani Cup) का फाइनल मुकाबला रेस्ट ऑफ इंडिया और सौराष्ट्र (Saurashtra vs Rest of India) के बीच खेला गया. इस मुकाबले को हनुमा विहारी की अगुवाई वाली शेष भारत ने सौराष्ट्र को 175 रनों से धूल चटा दी. सौराष्ट्र की टीम को जीत के लिए 255 रनों का लक्ष्य मिला था. लेकिन कप्तान जयदेव उनादकट के नेतृत्व वाली सौराष्ट्र दूसरी पारी में 79 रनों पर ही सिमेट गई और रेस्ट ऑफ इंडिया ने खिताबी मुकाबा बड़ी आसानी से अपने नाम कर लिया.
Irani Cup में रेस्ट ऑफ इंडिया ने सौराष्ट्र की दी मात
रेस्ट ऑफ इंडिया ने ईरानी कप (Irani Cup) के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र 175 रनों के बड़े अंतर से धूल चटा दी और ईरानी कप की चमचमाती ट्रॉफी अपने नाम कर ली. इस मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम ने स्पिनर गेंदबाज सौरव कुमार के सामने घुटने टेक दिए. सौरव ने 6 विकेट लेकर विपक्षी टीम कमर नहीं पूरी शरीर तोड़ दिया.
सौराष्ट्र के बल्लेबाज दूसरी पारी में बेहद साधारण प्रदर्शन करते हुए नजर आए. जिन्होंने एक बाद एक विकेटों की झड़ी लगा दी. कोई भी बल्लेबाज 25 रनों के आकंड़े को पार नहीं कर पाया हालांकि धर्मेन्द्रसिंह जाडेजा सर्वाधिक 21 रनों की पारी खेली. जबकि 8 बल्लेबाज धाईं का आकंड़ा भी क्रोस नहीं कर सकें. जिसकी वजह से उनकी टीम को ईरानी कप (Irani Cup) केफाइनल मुकाबले में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा.
बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे पुजारा
सौराष्ट्र की ओर से खेल रहे चेतेश्वर पुजारा बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे. पहली पारी में 81 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 2 चौके की मद्द से 29 रन ही बनाए. जबकि जब टीम को दूसरी पारी में जीत के लिए 255 रनों की दरकार थी. जब पुराजा 7 रन बनाकर LBW हो गए. उनके इस खराब प्रदर्शन की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा. उनका यह प्रदर्शन टीम की एंट्री पाने में बाध्य बन सकता है.
पार्थ की मेहनत नहीं आई किसी काम
सौराष्ट्र के बाएं हाथ के स्पिनर पार्थ भूत (Parth Bhut) ने शानदार गेंदबाजी करते हुए फैंस का दिल जीत लिया. लेकिन उनकी मेहनत पर बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने पानी फेर दिया. बता दें जहां सौराष्ट्र के 26 साल के बांए हाथ के स्पिनर गेंदबाज ने अपने प्रदर्शन दिल जीत लिया. पार्थ भूत ने रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 7 विकेट चटकाए. उन्होंने कुल 12 विकेट अपने नाम किए. लेकिन वह अपनी टीम का जीत नहीं दिला सकें.
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