भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी (BCCI) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है. जिसमें टीम इंडिया के ऐसे खिलाड़ी को उपकप्तान बनाया है. जिसने अपनी खराब कप्तानी के चलते आईपीएल के 15वें सीजन में चैंपियन टीम को टूर्नामेंट से बाहर कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
उसके बावजूद बीसीसीआई ने उस खिलाड़ी को वेस्टइंडीज के खिलाफ उपकप्तान बना दिया. आखिरकार चयनकर्ताओं ने इस खिलाड़ी को उपकप्तान बनाने से पहले कुछ तो रणनीति तैयार की होगी?
IND vs WI: कप्तानी छोड़ने वाले को उपकप्तानी कैसे?
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाने वाली है. वेस्टइंडीज का यह दौरा भारतीय टीम का 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. जिसमें टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया है, लेकिन इस सीरीज में BCCI द्वारा रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को उपकप्तान बनाए जाना समझ से परे हैं. वैसे उनके उपकप्तान बनाए जाने से किसी को कोई एतराज नहीं होगा.
लेकिन, रवींद्र जडेजा ने आईपीएल के 15वें सीजन में कप्तानी की थी. उसके मद्देनजर हर कोई उपकप्तान बनाए जाने पर थोड़ा शॉक्ड जरूर हो सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, वेस्टइंडीज दौरे पर जडेजा उपकप्तान बनाए जाने से पहले यह जान लेना चाहिए कि उन्होंने IPL 2022 में 8 मैचों में 6 हार झेलने के बाद जडेजा ने ये कहकर कप्तानी छोड़ दी थी.
क्या Ravindra Jadeja उपकप्तान की भूमिका निभा पाएंगे?
रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को उपकप्तान बनाए जाने के बाद फैंस के मन में कई सवाल जरूर आ रहे होंगे. क्योंकि उन्होंने जिस तरह से आईपीएल में अपनी खराब कप्तानी से चेन्नई के फैंस का दिल तोड़ दिया था. जडेजा को उपकप्तानी सौंपी गई है तो क्या उनसे पूछा गया कि वे इस जिम्मेदारी को अपने कंधों पर लेना चाहते हैं या नहीं?
क्योंकि जब किसी खिलाड़ी को नेशनल टीम का उपकप्तान बनाया जाता है, तो अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते हैं. जैसा जडेजा (Ravindra Jadeja) को बीच आईपीएल में कप्तानी छोड़ते हुए देखा गया था. सवाल यह है कि जो खिलाड़ी खेल पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ चुका है, उसे उपकप्तान बनाने की जरूरत क्या थी? इस दौरे पर टीम के साथ श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी भी हैं, जो इस जिम्मेदारी के लिए बेहतर साबित हो सकते थे.