इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज का आगाज 4 अगस्त से होना है। नॉर्टिंघम में खेले जाने वाले पहले मैच में दोनों ही टीमें अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ उतरना चाहेंगी ताकि वह सीरीज की विजयी शुरुआत कर सकें। ऐसे में माना जा रहा है कि टीम इंडिया Ravindra Jadeja की जगह हनुमा विहारी को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।
क्योंकि विहारी लंबे वक्त से इंग्लैंड में मौजूद हैं और काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे। जो भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन फिर भी कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जडेजा को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 3 कारणों के बारे में बताते हैं, जिसके चलते जडेजा को विहारी से पहले टेस्ट में मौका मिलना चाहिए।
Ravindra Jadeja को मिलना चाहिए पहले टेस्ट में मौका
1- शानदार फॉर्म में हैं Ravindra Jadeja
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी Ravindra Jadeja ने डरहम में खेले गए प्रैक्टिस मैच की दोनों ही पारियों में अर्धशतक लगाया था। जिसको देखते हुए कहना सही होगा की वह लय में हैं और इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में रन बना रहे हैं।
इसके अलावा जडेजा ने पिछले कुछ सालों में खुद को एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर लिया है। बात करें, उनके टेस्ट में बैटिंग औसत की, तो उन्होंने 35.4 का है। वहीं विहारी का टेस्ट में औसत 32.8 का है। जड्डू बड़ी-बड़ी पारी खेल सकते हैं, जबकि विहारी को क्रीज पर डटे रहने के लिए ज्यादातर जाना जाता है। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि यदि भारत को इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीतने हैं, तो उसे स्कोरबोर्ड को लगातार चलाना होगा।
2- गेंदबाजी से भी प्रभावित करते हैं जडेजा
स्पिन ऑलराउंडर Ravindra Jadeja की गेंदबाजी भारत के काफी काम आ सकती है। जडेजा ने अब तक भारत के लिए 52 टेस्ट मैचों में 24.42 के औसत से 221 विकेट चटकाए हैं। उनकी गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड को यकीनन मुश्किल होगी, क्योंकि देखा गया है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों को थोड़ी मुश्किल होती है।
इतना ही नहीं इंग्लैंड की टीम में कई युवा नाम भी शामिल हैं, जिन्हें यकीनन जडेजा परेशान कर सकते हैं। वहीं यदि बात करें, विहारी की, तो उन्हें अब तक गेंदबाजी का उतना अधिक मौका नहीं मिला है।
हां, यकीनन वह एक स्पिन गेंदबाजी विकल्प प्रदान करते हैं, मगर वह अब तक 12 मैचों में 5 विकेट ही ले सके हैं। इसलिए यदि गेंदबाजी के पैमाने को देखें, तो जाहिर तौर पर जडेजा का पलड़ा भारी नजर आता है।
3- फील्डिंग से मैच पर छोड़ते हैं छाप
मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ फील्डर Ravindra Jadeja के क्या कहने.... ना केवल बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि वह अपनी फील्डिंग से गेम बदलने की क्षमता रखते हैं। ऐसा उन्होंने करके भी दिखाया है। इंग्लैंड की सरजमीं पर खेले जाने वाले पहले मैच में यदि विराट कोहली जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करते हैं, तो यकीनन उनकी फील्डिंग का फायदा भारत उठा सकता है।
हालांकि इस बात में कोई दोराय नहीं है कि हनुमा विहारी भी फील्ड पर काफी एक्टिव रहते हैं। लेकिन अगले जडेजा के साथ बात तुलना की हो, तो जाहिर तौर पर जड्डू इस मामले में विहारी से काफी आगे हैं। उनके पास भरपूर अनुभव है, जो टीम के काम आ सकता है। मगर आखिरी फैसला टीम मैनेजमेंट का होगा, कि वह किस खिलाड़ी को अंतिम ग्यारह में शामिल करते हैं।