भारत में क्रिकेट प्रेमियों की कोई कमी नहीं है। एक धर्म की तरह भारत में क्रिकेट को पूजा जाता है। इस देश में पैदा हुए हर दूसरे व्यक्ति ने कभी ना कभी भारत के लिए क्रिकेट खेलने का सपना जरूर देखा होगा। लेकिन क्रिकेट के खेल में टीम में सिर्फ 11 खिलाड़ियों को खेलने के मौका मिलता है। लिहाजा भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाना बेहद मुश्किल है। लेकिन इससे भी ज्यादा मुश्किल है इस क्रिकेट टीम में लंबे समय तक टिक पाना। भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने एक खिलाड़ी का करियर एक झटके में खत्म कर दिया था।
Ravindra Jadeja की वजह से जाना पड़ा टीम से बाहर
भारतीय टीम में मौजूद खिलाड़ियों के लिए हमेशा ही टीम से बाहर बैठे खिलाड़ियों से कॉम्प्टिशन मिलता रहता है। कई बार एक छोटी सी गलती खिलाड़ी का करियर खत्म कर सकती है।
खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट टीम में टिके रहने के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करना होता है। लेकिन भारत में एक ऐसा खिलाड़ी भी है, जिसने अपने करियर के आखिरी टेस्ट मैच में 10 विकेट झटके लेकिन इसके बाद इस खिलाड़ी की कभी भी भारतीय टीम में वापसी नहीं हुई। इस खिलाड़ी के करियर को खत्म करने में भारतीय टीम के मौजूद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) का हाथ था।
आखिरी Test Match में 10 विकेट लेने के बाद भी करियर खत्म
हम बात कर रहे हैं बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा की। प्रज्ञान अपने आखिरी टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने के बावजूद टीम से ऐसे बाहर हुए कि वो फिर कभी भारतीय टीम में लौटकर ही नहीं आए. ओझा ने 14 नवंबर 2013 को अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
इसी मैच में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर क्रिकेट को अलविदा कह रहे थे। ओझा ने इस टेस्ट मैच में 89 रन देकर 10 विकेट झटके थे, लेकिन इसके बाद उनके एक्शन पर सवाल उठने लगे। इसके बाद उन्होंने अपने एक्शन मे सुधार किया और ICC से क्लीनचिट प्राप्त की।
33 साल की उम्र में लिया संन्यास
लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, क्योंकि उस समय भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को टीम में शामिल कर लिया था। लिहाजा प्रज्ञान की टेस्ट क्रिकेट में दोबारा वापसी नहीं हुई और उन्होंने 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। ओझा ने अपने टेस्ट करियर में 24 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 113 विकेट झटके। इसके अलावा ओझा ने टीम इंडिया के लिए 18 वनडे मैच में भी 21 विकेट अपने नाम किए थे.