टीम इंडिया ने मेहमान इंग्लैंड को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 से हरा दिया है। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 की बादशाहत हासिल कर ली है और साथ ही साथ टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इस शानदार जीत के बाद भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने ऋषभ पंत की बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग की भी तारीफ की।
Ravi Shastri ने किया पंत को लेकर किया खुलासा
टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज में लाजवाब प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड सीरीज में भी सभी को प्रभावित किया। आखिरी मैच में तो पंत ने शतकीय पारी खेली, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैच खत्म होने के बाद रवि शास्त्री ( ने ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए पोस्ट मैच सेरेमनी में कहा,
“उसने पिछले तीन-चार महीने कड़ी मेहनत की है जिसके नतीजे सामने हैं। मैंने अभी तक किसी भारतीय द्वारा घरेलू सरजमीं पर, विशेषकर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जब गेंद टर्न कर रही होती है, जो पारियां देखी हैं, उसमें कल की उसकी पारी सर्वश्रेष्ठ जवाबी हमले वाली थी। हम उसके लिए सख्त रहे थे।"
विकेटकीपिंग की भी कोच ने की तारीफ
युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। लेकिन इंग्लैंड सीरीज में वाकई दस्तानों के साथ अच्छा प्रदर्शन किया। मैच के खत्म होने के बाद रवि शास्त्री ने पंत के बारे में आगे कहा,
"कुछ भी आसानी से नहीं मिलता और उन्हें बताया गया कि उन्हें खेल का और ज्यादा सम्मान करना होगा। उसे थोड़ा वजन कम करना पड़ेगा और अपनी विकेटकीपिंग में कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। हम जानते थे कि उसमें प्रतिभा है।"
"वह सच्चा मैच विजेता है और उसने कर दिखाया। रोहित शर्मा के साथ बल्लेबाजी करते हुए उसे अपनी बल्लेबाजी में तालमेल बिठाना पड़ा। यह दो चरण की पारी थी। उसने रोहित के साथ अपनी प्रकृति के खिलाफ (जो आसान नहीं है) जाकर साझेदारी बनाई। 50 रन बनाने के बाद ही ऐसा किया। उसकी कीपिंग शानदार रही।"
खिलाड़ियों ने सिर्फ सीरीज पर दिया ध्यान
भारत ने पहले मैच में मिली हार के बाद सीरीज में कमाल की वापसी की और लगातार तीन जीत दर्ज करते हुए सीरीज को 3-1 से जीत लिया और आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली। रवि शास्त्री ने इसपर कहा,
“हमारी टीम के खिलाड़ियों ने एक समय में केवल इस सीरीज के बारे में सोचा। टेस्ट चैंपियनशिप के बारे में कभी नहीं सोचा। चेन्नई में पहले टेस्ट के वक्त लड़के थक गए थे और उनका उत्साह बढ़ाने के लिए दर्शक भी नहीं थे।
“इन जैसी पिचों की शिकायत कौन करेगा। मैदान के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। 3-1 की स्कोरलाइन दर्शाती नहीं है कि सीरीज कितनी करीब थी। यह इंग्लैंड में हमारी सीरीज की तरह है जिसमें हमें 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड के पास अपने क्षण थे और अगर वे उन्हें पकड़ लेते, तो वह एक अलग परिणाम पा सकते थे। सपोर्ट स्टाफ ने भी खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ बाहर निकालने के लिए घंटों, घंटों तक मेहनत करते रहे।”