विराट कोहली के कप्तानी विवाद के बाद अब टीम इंडिया का खराब प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया. इस मसले पर अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने अपने विचार साझा किए हैं. क्योंकि साउथ अफ्रीका में भारतीय टीम में कई समस्याएं देखने को मिली. खासकर वनडे फॉर्मेट में तो टीम इंडिया का 0-3 से सूपड़ा ही साफ हो गया. जिसके बाद बोर्ड भी सवालों के घेरे में आ खड़ा हुआ है. अब इस पर राशिद लतीफ (Rashid Latif) का क्या कुछ कहना है वो भी जान लेते हैं.
बीसीसीआई और विराट को लेकर पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने दी प्रतिक्रिया
दरअसल पूर्व क्रिकटर का मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तानी विवाद से उसके ब्रांड पर किसी भी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि भारत के पास मजबूत बेंच स्ट्रेंथ है और इसके अलावा बीसीसीआई वित्तीय रूप से भी काफी मजबूत है. टी20 वर्ल्ड खत्म होने के बाद ही विराट कोहली को वनडे अंतर्राष्ट्रीय कप्तानी से पद से हटा दिया गया था. इससे पहले उन्होंने खुद टी20 फॉर्मेट की मेजबानी से इस्तीफा दिया था.
इसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज के बाद उन्होंने टेस्ट टीम की भी कप्तानी छोड़ दी. जिसके बाद काफी विवाद देखने को मिल रहा है. इस पर लगातार बयानबाजी जारी है. अब पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने का कहना है कि इस मसले को बीसीसीआई ने सही तरीके से हैंडल नहीं किया है. हाल ही में जो कुछ विवाद हुए उन्होंने पूरी दुनिया में भारतीय क्रिकेट की खराब छवि को दर्शाया.
रोहित पर काफी कुछ करेगा निर्भर
फिलहाल पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि ऐसी चीजों का भारतीय क्रिकेट पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए. इस बारे में उन्होंने 'क्रिकेट बाज' यूट्यूब चैनल से बात करते हुए, 'आईपीएल में उनका मजबूत आधार है और अब भारतीय क्रिकेट वित्तीय रूप से काफी मजबूती से खड़ा हो चुका है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि हाल ही में जो हुआ उसका ब्रांड के रूप में भारतीय क्रिकेट पर कोई असर पड़ना चाहिए.'
इस सिलसिले में राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने आगे कहा,
'मुझे लगता है कि अब काफी कुछ इस पर निर्भर करेगा कि रोहित शर्मा टीम को कैसे चलाते हैं. लेकिन, उनका टीम के नेतृत्व करने का अपना तरीका है और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के साथ उन्होंने पहले ही काफी कुछ हासिल कर लिया है.'
बिना बोर्ड से बात हुए किसी भी खिलाड़ी को पद से नहीं हटाया जाता
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने आगे कहा,
'यह देखना होगा कि वह टेस्ट में कप्तानी को लेकर कितने प्रेरित होंगे. कोहली अपनी कप्तानी और टीम में एनर्जी लेकर आते हैं. मुझे लगता है कि यह चीजों से गलत तरीके से निपटने का मामला है और अब पुरानी चीजों पर लौटने का भी कोई मतलब नहीं है.
इन मसलों से गुजरने की वजह से अपने निजी अनुभव से मुझे लगता है कि ऐसी परिस्थिति में जब लंबे समय से कप्तानी कर रहा खिलाड़ी हटने का फैसला करता है या उसे हटाया जाता है तो यह कभी संभव नहीं है कि उसकी बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा नहीं हुई हो.'
बीसीसीआई ने सही से इस मसले से निपटने की नहीं की कोशिश
अंत में राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने अपने बयान में यह भी कहा,
'जब मैंने साल 2004 में कप्तानी छोड़ी थी तो बोर्ड अध्यक्ष के साथ बातचीत के बाद ही ऐसा किया था. यही वजह है मैं कह रहा हूं कि बीसीसीआई ने इस मसले से निपटने के तरीके में गलती की. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है. मैं यह नहीं कह रहा कि कोई जानबूझकर प्रदर्शन नहीं करना चाहता. क्योंकि हर एक पेशेवर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है. लेकिन, अगर टीम का माहौल बदलता है तो इससे खिलाड़ियों पर कई तरह से असर पड़ता है.'