Rashid Khan: विश्व कप 2023 में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का यादगार सफर खत्म हो चुका है. विश्व कप में अफगानिस्तान ने जिस तरह की क्रिकेट खेली है उसने विश्व क्रिकेट को चौेंकाया है और ये उम्मीद दी है कि आने वाले वर्षों या बड़े इवेंट में वे और निखर कर सामने आएंगे. इस विश्व कप में अफगानिस्तान ने जहां 4 बड़ी जीत दर्ज की वहीं ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी बड़ी टीमों को आसान जीत नहीं दी. अफगानिस्तान के इस शानदार प्रदर्शन टीम के सुपरस्टार खिलाड़ी राशिद खान (Rashid Khan) ने बड़ा बयान दिया है.
वर्ल्ड कप में सफर खत्म होने पर भावुक हुए राशिद
राशिद खान (Rashid Khan) ने कहा है कि, 'अफगानिस्तान में क्रिकेटर नेचुरल होते हैं. हमारे यहां एकेडमी, ग्राउंड, कोचिंग सेंटर जैसी सुविधाएं नहीं है. खिलाड़ी खुद से मेहनत करते हैं और वास्तविक क्रिकेट अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए सीखते हैं.' राशिद का बयान बताता है कि सुविधाओं के अभाव में किसी तरह अफगानिस्तान क्रिकेटर मेहनत और जुनून के दम पर अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं.
Rashid Khan said "There is natural talent in Afghanistan - we don't have much facilities like academics, grounds, coaching centres - the players get better by coming to the national side".
— Johns. (@CricCrazyJohns) November 11, 2023pic.twitter.com/jLgEbWqjUx
अफगानिस्तान के पास अपना होम ग्राउंड नहीं
विश्व कप 2023 में इंग्लैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका और नीदरलैंड जैसी टीमों को हराने वाली अफगानिस्तान के पास अपना क्रिकेट ग्राउंड नहीं है. अफगानिस्तान अपने मैच यूएई में खेलता है. इसके पहले भारत के देहरादून में अफगानिस्तान अपने अंतराष्ट्रीय मैच खेला करता था. अब आप सोचिए जिस देश ने इस विश्व कप में 3 विश्व चैंपियन को हराया उसके यहां एक भी स्टेडियम नहीं है इसके बावजूद वहां से राशिद खान (Rashid Khan), गुरबाज, जादरान, मोहम्मद नबी, नवीन उल हक जैसे खिलाड़ी निकलते हैं. ये क्रिकेट के प्रति जुनून ही है.
भारत-पाकिस्तान का होगा अहम योगदान
अफगानिस्तान क्रिकेट आज जिस मुकाम पर है उसमें भारत और पाकिस्तान का बड़ा योगदान रहा है. शुरुआत में पाकिस्तान ने अपने यहां शरणार्थी के रुप में रह रहे अफगानी बच्चों को क्रिकेट की बारीकियां सिखाईं. राशिद खान (Rashid Khan) उनमें सबसे बड़ा नाम है. पाकिस्तान की अकेडमी में भी अफगान क्रिकेटर्स ट्रेनिंग करते थे. राशिद लतिफ और इंजमाम उल हक जैसे पाकिस्तानी दिग्गज अफगानिस्तान नेशनल टीम के कोच रह चुके हैं.
अभी भी इमरान फरहत और राणा नावेद उल हसन जैसे पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी अफगान क्रिकेट बोर्ड से जुड़े हैं. पाकिस्तान के अलावा भारत ने अफगानिस्तान में क्रिकेट के विकास बड़ी भूमिका निभाई. अपना होम ग्राउंड देने के साथ ही तमाम सुविधाएं दी. इसी का परिणाम है कि अफगानिस्तान भारत के बाद इस समय एशिया की सबसे मजबूत टीम दिख रही है.
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