विराट कोहली के नेतृत्व में लॉर्ड्स पर जीत हासिल करने वाली टीम को लीड्स में हार का सामना करना पड़ा है. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज पर दोनों टीमे 1-1 की बराबरी कर चुकी हैं. चौथा टेस्ट मैच 2 सितंबर से ओवल के मैदान पर खेला जाएगा. जहां पर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) जैसे खिलाड़ियों के बल्ले से जमकर रन निकले हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि, इस मैदान से टीम इंडिया का एक खास कनेक्शन रहा है.
ओवल से टीम इंडिया रहा है खास कनेक्शन
50 साल पहले इसी मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ पहला टेस्ट ही नहीं जीता था बल्कि पहली सीरीज भी अपने नाम की थी. उस दौरान भारतीय टीम ने ओवल टेस्ट (England Oval Test) में इंग्लैंड को 4 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. यह मैदान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का भी पसंदीदा मैदान रहा है. उनके बल्ले से यहां दो शतक निकले हैं. इस मैदान पर दोनों टीमों का आमना-सामना 12 बार हुआ है.
12 बार भिड़ंत में इंग्लैंड ने 4 बार जीत हासिल की है. तो वहीं भारतीय टीम को सिर्फ 1 टेस्ट मैच में जीत हासिल हुई है. बाकी के 7 मैच ड्रॉ रहे हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच ओवल के मैदान पर 1936 में खेला गया था. इस मैच को मेजबान टीम ने 9 विकेट से अपने नाम कर लिया था. दोनों टीमों के बीच आखिरी मुकाबला साल 2018 में हुआ था. जिसमें इंग्लैंड ने 118 रनों से जीत हासिल करते हुए भारत को हार का आईना दिखाया था.
ओवल में दोहरा शतक जड़ चुके हैं पूर्व भारतीय कप्तान
2018 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए इस मैच की चौथी पारी में केएल राहुल ने 149 और ऋषभ पंत ने 114 रन की पारी खेली थी. लेकिन दोनों बल्लेबाज भारतीय टीम को मैच नहीं जिता सके थे. बात करें राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की तो इसी मैदान पर उन्होंने 3 टेस्ट मैचों में 110 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए कुल 443 रन बनाए हैं. इसमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है. साल 2002 में ओवल में खेले गए टेस्ट मैच में राहुल द्रविड़ ने 217 रनों की धुंआधार पारी खेली थी.
जिसके पर मैच को ड्रॉ कराने में भारतीय टीम सफल रही थी. उनके अलावा इस मुकाबले में सचिन ने 54 और सौरव गांगुली ने 51 रन की पारी खेली थी. इस पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पहली इनिंग में 508 का स्कोर खड़ा किया था. इसके अलावा राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने साल 2007 में ओवल के मैदान पर 55 रन और 2011 में नाबाद 146 रनों की पारी खेली थी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अगर टीम इंडिया ओवल के मैदान पर जीत हासिल करना चाहती है, तो उसे इस दिग्गज खिलाड़ी से सीख लेते हुए बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा.