भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने जब से श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया की कोचिंग की जिम्मेदारी संभाली, तभी से चारों ओर उन्हें रवि शास्त्री की जगह मुख्य कोच बनाने की चर्चा चल रही थी। हालांकि द्रविड़ ने कभी भी इसकी इच्छा नहीं जताई, मगर क्रिकेट पंडित व फैंस इसपर चर्चा कर रहे थे। लेकिन अब उन्होंने एनसीए के क्रिकेट हेड पद के लिए फिर से अप्लाई किया है, जिससे साफ हो गया है कि वह हेड कोच नहीं बनना चाहते हैं।
Rahul Dravid ने किया क्रिकेट हेड के लिए आवेदन
Rahul Dravid को 2019 में एनसीए के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद से द्रविड़ ने वहां बेहतरीन काम किया है और एनसीए की सूरत ही बदल दी है। द्रविड़ का दो साल का कॉन्ट्रेक्ट अभी समाप्त हुआ है। बीसीसीआई के नए संविधान के हिसाब से कार्यकाल को आगे बढ़ाने का कोई प्रावधान नहीं है। हर बार नए सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का नियम है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने इस बारे में पीटीआई से कहा,
‘हां, राहुल ने क्रिकेट हेड की पोस्ट के लिए फिर से अप्लाई किया है। एनसीए में रहते हुए उन्होंने जबरदस्त काम किया है और इसका चेहरा बदल दिया है ऐसे में यह समझने के लिए ज्यादा दिमाग खर्च करने की जरूरत नहीं है कि वे आगे भी यहां पर काम करेंगे। एनसीए अभी असल में कमाल की जगह बन गया है. सच तो यह है कि अभी राहुल के अलावा किसी दूसरे बड़े नाम ने अप्लाई तक नहीं किया है।’
दूसरे बड़े नाम ने नहीं किया अप्लाई
Rahul Dravid के अलावा क्रिकेट हेड की पोस्ट के लिए किसी भी बड़े नाम ने आवेदन नहीं किया है। जिसके चलते बीसीसीआई ने आवेदन की डेडलाइन बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी है। सूत्र ने कहा,
‘बीसीसीआई नेतृत्व ने फैसला किया है कि डेडलाइन को 15 अगस्त से आगे कुछ दिन तक बढ़ाया जाए। जब तक राहुल रेस में है तब तक सबको पता है कि अप्लाई करने का कोई मतलब नहीं है। यह एक तरह से औपचारिकता ही है लेकिन निष्पक्ष रहने के लिए कुछ दिन बढ़ाए गए हैं ताकि अगर किसी का मन बने तो वह आवेदन कर सके।’
रवि शास्त्री का कार्यकाल होगा खत्म
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री व सपोर्टिंग स्टाफ का कार्यकाल टी20 विश्व कप के साथ ही खत्म हो जाएगा। ऐसे में अब जबकि द्रविड़ का नाम कोचिंग के लिए दावेदारों में नजर नहीं आ रहा है, तो ज्यादा उम्मीद है कि एक बार फिर शास्त्री के कार्यकाल को आगे बढ़ाया जा सकता है। हालांकि इस बीच खबरों के मुताबिक बयान सामने आया है कि रवि शास्त्री खुद टीम इंडिया से दूर होना चाहते हैं और वह अपना कॉन्ट्रैक्ट नहीं बढ़ाना चाहते।