टीम इंडिया के कोच की कमान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के हाथों में सौंपी गई है. आर अश्विन (R Ashwin) से न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले मैच के बाद उनसे नए कोच के बारे में जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने इसका सीधा जवाब तो नहीं दिया. लेकिन, उनके टीम के साथ जुड़ने से ड्रेसिंग रूम में क्या माहौल है इस बारे में जरूर खुलासा किया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टी20 मैच में जीत के साथ उन्होंने अपने सफर की शुरूआत की है. उनके कोच बनने के बाद से एक अलग तरह की हवा देखने को मिल रही है. वो लगातार मीडिया में चर्चा बटोर रहे हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए जब अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) से सवाल किया गया तो उन्होंने अपने अंदाज में इसका जवाब दिया.
राहुल द्रविड़ की कोचिंग पर दिग्गज स्पिनर ने कह दी ऐसी बात
टीम इंडिया और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर में गिने जाने वाले इस ऑलराउंडर खिलाड़ी का कहना है कि राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी. लेकिन, उन्होंने ये यकीन जरूर जताया है कि इस दिग्गज के मार्गदर्शन में ड्रेसिंग रूम में खुशियां लौटेंगी. बुद्धवार को कीवी टीम के खिलाफ हुए पहले मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए आर अश्विन (R Ashwin) ने कहा,
‘राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली पर टिप्पणी करना अभी मेरे लिए जल्दबाजी होगी. लेकिन, उन्होंने अंडर-19 स्तर से ही मापदंड स्थापित किए हैं. वह काफी चीजें भाग्य के सहारे नहीं छोड़ेंगे और वह तैयारी और प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं जिससे कि हम भारतीय ड्रेसिंग रूम में खुशियों की वापसी कर पाएं.’
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया में कई बदलाव हुए हैं और एक नया लीडरशिप ग्रुप बना है.
धीमी गेंद फेंकने से मिल रही थी गति
राहुल द्रविड़ ने रवि शास्त्री की जगह ली है तो टी20 में विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा टीम के नए कप्तान बनाए गए हैं. हैरानी की बात तो ये है कि आर अश्विन (R Ashwin) की पूरे 4 साल बाद टीम इंडिया से बाहर रहने के बाद इस सीमित फॉर्मेट में वापसी हुई है. साल 2017 के बाद से एक भी सीमित ओवरे के मैच में उन्हें टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया था. वर्ल्ड कप से पहले इंग्लैंड दौरे पर पहुंची टीम इंडिया की ओर से टेस्ट सीरीज में भी वो सिर्फ बेंच पर ही बैठे दिखाई दिए थे.
वर्ल्ड कप के बाद अब न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें टी20 फॉर्मेट में खेलना का मौका मिला है. जयपुर में खेले गए मैच के बाद में दिग्गज स्पिनर का कहनाथा कि उन्होंने महसूस किया कि गेंद की गति धीमी करने से काफी फायदा हो रहा है. इस बारे में आर अश्विन ने कहा,
‘आप जितनी धीमी गेंद फेंकोगे पिच से उतनी ही मदद मिल रही थी. अगर आप सीम के साथ गेंद को हवा में ज्यादा देर रखोगे तो मदद मिल सकती है जैसा (मिचेल) सेंटनर ने दूसरी पारी में दिखाया.’
ओवर के अंत तक नहीं ले जाना चाहिए था मैच- ऑफ स्पिनर
हालांकि भारत ने 165 रन के मिले लक्ष्य को 19.4 ओवर में हासिल कर लिया था. लेकिन, आर अश्विन (R Ashwin) का मानना है कि उनकी टीम को मैच को अंतिम ओवर तक नहीं ले जाना चाहिए था. उन्होंने कहा,
‘प्रतिस्पर्धी स्कोर से कम रन थे और हमने सोचा था कि 170 से 180 रन प्रतिस्पर्धी स्कोर होगा. हमने सोचा था कि हम 15वें ओवर के आसपास जीत दर्ज कर लेंगे. लेकिन, टी20 क्रिकेट में ऐसा होता है.’