भारत-साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच खेले गए आखिरी मैच में बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) को प्लेयर ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया है. उन्होंने इस पूरी सीरीज में बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन किया है. पहले मैच में बड़ी पारी खेलने से भले ही क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) चूक गए थे. लेकिन, उन्होंने जबरदस्त अंदाज में कमबैक करते हुए आखिरी के दोनों मैच में अपना एक अलग ही रूप दिखाया है. इस खास सम्मान के बाद उन्होंने क्या कुछ कहा है इसके बारे में भी आपको बता देते हैं.
डी कॉक को मिला MOM और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब
दरअसल आज के मुकाबले में जब साउथ अफ्रीका शुरूआत में ही अपने 3 अहम विकेट गंवा चुकी थी तब विकेटकीपर और सलामी बल्लेबाज अपना हाथ खोला और जब तक क्रीज पर रहे उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने में कोई कोताही नहीं बरती. स्पिनर से लेकर तेज गेंदबाजों की स्पेल में उन्होंने जमकर रन बटोरे और ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए रासी वान डेर दुसें के साथ जबरदस्त शतकीय साझेदारी की.
क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) का भारत के खिलाफ हमेशा से ही जबरदस्त प्रदर्शन रहा है और एक बार फिर उन्होंने ये साबित कर दिया है. आखिरी मैच में उन्होंने अपने वनडे करियर का 17वां और भारत के खिलाफ 7वां शतक (124) जड़ा. उनकी ये पारी न सिर्फ अफ्रीका की जीत में बड़ी भूमिका निभाई बल्कि टीम इंडिया को काफी चुनौती भी दी. जाहिर तौर पर भारत 3-0 से मिल इस हार को इतनी आसानी से नहीं भुला पाएगा.
दूसरे वनडे मैच में मिली जबरदस्त लय
इससे पहले दूसरे वनडे मैच में भी अफ्रीकी विकेटकीपर ने 78 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी. जानेमन मलान के साथ मिलकर उन्होंने शतकीय साझेदारी की थी. उनकी महत्वपूर्ण पारी की बदौलत उन्हें दूसरे वनडे मुकाबले में भी मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था. वहीं तीसरे मैच में उनकी अहम पारी को देखते हुए न सिर्फ मैन ऑफ द मैन बल्कि प्लेयर ऑफ द सीरीज के भी खिताब से नवाजा गया है. इस सम्मान के बाद मैच प्रजेंटेशन में बातचीत करते हुए क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) ने कहा,
"पिच बिल्कुल सपाट नहीं थी. यह एक ऐसा विकेट था जहां कभी हलचल देखने को मिल जाती है. सीरीज के खेले गए पहले वनडे मैच में वापसी करने से पहले पार्ल में एक हफ्ते की ट्रेनिंग की. पहले मैच में कुछ लय की तलाश करने की कोशिश कर रहा था. इसके बाद दूसरे मैच में मुझे वो लय हासिल हुई. फिलहाल अब पिता के कर्तव्यों का पालन करने के लिए घर जाना पड़ेगा."